रांची: रिम्स का पोस्टमार्टम रूम भारत माता की जय से गूंज उठा. लोहरदगा में पिछले दिनों हुई हिंसक झड़प में घायल हुए नीरज राम प्रजापति के शव को पोस्टमार्टम कर लोहरदगा के लिए भेजा जा रहा था, उसी दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की.
लोहरदगा में हुए हिंसक झड़प को लेकर राज्य सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं और इसका नजारा रिम्स के पोस्टमार्टम परिसर में भी देखने को मिला, जहां नीरज राम प्रजापति के परिजनों के साथ कई लोगों ने मिलकर नारेबाजी की और सरकार से मुआवजे की मांग की. इस घटना को लेकर लोगों में खासा आक्रोश दिखा और वह जिला प्रशासन पर लगातार लापरवाही का आरोप लगा रहे थे.
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प्रशासन को आक्रोशित लोगों को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और बहुत देर तक समझाने के बाद परिजन शव को लोहरदगा ले जाने के लिए तैयार हुए. परिजनों ने कहा कि सरकार इस मामले को दबाना चाह रही है, जबकि नीरज की मौत लोहरदगा हिंसा में हुई है. उन्होंने झारखंड सरकार पर सच्चाई को दबाने का भी आरोप लगाया.
मौके पर मौजूद एसडीओ लोकेश झा ने बताया कि मृतक के परिजनों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने अपनी मांगों को रखा है. उन्होंने बताया कि परिजनों की ज्ञापन को मुख्यमंत्री कार्यालय भेजने के लिए निर्देश दिया गया, जिसके बाद मृतक के परिजन शव को ले जाने के लिए तैयार हुए.
क्या है मामला
आपको बता दें कि लोहरदगा में 23 जनवरी को एनआरसी, सीएए को लेकर हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें नीरज राम प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके बाद उसे इलाज के लिए रांची के ऑर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी स्थिति गंभीर होने के बाद उसे रिम्स रेफर कर दिया गया था, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई. मंगलवार को देर शाम नीरज राम प्रजापति के शव को पोस्टमार्टम करवाकर लोहरदगा भेजा गया.