रांचीः एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर पिछले एक सप्ताह से नक्सली संगठन पीएलएफआई के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस की टीम ने पीएलएफआई के अर्थतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया है. लेकिन इसमें एक चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआई के गिरफ्तार निवेश कुमार का धुर्वा के आसपास स्थित थानों की पुलिस से करीबी संबंध है, जिसका खुलासा खुद निवेश ने पुलिस की पूछताछ में किया है.
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25 लाख के इनामी कुख्यात पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के सबसे करीबी रहे निवेश कुमार का कई पुलिस वालों से बेहतर संबंध रहे हैं. अपना काम कराने के बदले में पुलिस वालों को पैसा भी दिया करता था. इतना ही नहीं, गिरोह के सदस्य ध्रुव कुमार के रिंग रोड स्थित होटल में पुलिसवालों को अमूमन पार्टी भी देता था. इसी दौरान एक जमीन पर कब्जा दिलाने के बदले में धुर्वा के इलाके के एक थानेदार को चार लाख रुपये भी दिए और थानेदार की मदद से निवेश ने उस जमीन पर कब्जा किया. इस बात का खुलासा निवेश ने पुलिस के समक्ष किया है. हालांकि, पुलिस ने निवेश के इस बयान को दर्ज नहीं किया है. निवेश के खुलासे के बाद पुलिस टीम ने थानेदार को दो दिन पहले धुर्वा थाना बुलाकर पूछताछ की. लेकिन थानेदार ने पैसे लेने से इंकार कर दिया था.
रांची पुलिस निवेश के पास से जब्त मोबाइल की ब्राउजिंग (डाटा रिकवर) कराएगी. सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले निवेश ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन या फिर व्हाट्सएप मैसेज समेत अन्य चीजों को डिलीट कर भी दिया होगा तो ब्राउजिंग के जरिए सारा डाटा वापस आ जाएगा. सिटी एसपी ने बताया कि निवेश के पास से मोबाइल बरामद किया गया है, जिसकी कीमत दो लाख रुपये है.
आरोपी निवेश कुमार के करीबी ध्रुव कुमार का रिंग रोड स्थित होटल पीएलएफआई का शहरी कार्यालय बन गया था. इस होटल में पीएलएफआई के सुप्रीमो से लेकर संगठन के तकरीबन हर नक्सली आता था और बैठ कर लेवी वसूली और वारदात का प्लान बनाता था. पुलिस ने बताया कि जो थार और बीएमडब्ल्यू कार जब्त की गईं हैं, वह दोनों गाड़ी निवेश ने नाम से नहीं खरीदी गईं थीं. थार गाड़ी गर्लफ्रेंड अंजली पटेल उर्फ फातिमा के नाम से पंजाब से सेकेंड हैंड खरीदी थी, जिसमें दस लाख रुपये खर्च किया था. वहीं, बीएमडब्ल्यू कार अपने साले शुभम पोद्दार के नाम से नोएडा से ली थी और यह गाड़ी 30 लाख रुपये में खरीदी थी.