झारखंड

jharkhand

2020 में पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता, 300 से अधिक गिरफ्तार, 4 महिला नक्सली मुठभेड़ में ढेर

By

Published : Dec 25, 2020, 5:18 AM IST

Updated : Dec 25, 2020, 12:59 PM IST

साल 2020 का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए बेहद कामयाबी भरा रहा, नक्सल फ्रंट पर झारखंड पुलिस ने अपनी बेहतर रणनीति पर काम करते हुए 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस के दबाव में आकर चार नक्सलियों ने हथियार डाल दिए जिसमें एक पांच लाख का इनामी भी था. पूरे साल पुलिस ने नक्सलियों के फिलाफ अभियान को जोरदार तरीके से चलाया. साल के अंत दिसंबर में पुलिस ने पूर्व से एक करोड़ के इनामी रहे पोलित ब्यूरो मेंबर व ईस्टर्न रीजनल कमान के सचिव प्रशांत बोस, सेंटल कमेटी मेंबर मिसिर बेसरा, अनल दा उर्फ पतिराम मांझी और असीम मंडल उर्फ आकाश पर एक करोड़ का ईनाम घोषित है.

2020 Year ender of Jharkhand
डिजाइन इमेज

रांची: झारखंड पुलिस ने जनवरी महीनें में 39 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. साल के पहले माह में हुई गिरफ्तारियों में एक जोनल और चार सबजोनल स्तर के नक्सली भी शामिल थे. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, लातेहार में अभियान के दौरान पुलिस ने पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की, वहीं 17 देसी हथियार बरामद किए गए. पुलिस ने पूरे मामले में 622 कारतूस की बरामदगी की. लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली, जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की. पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है.

जानकारी देते संवाददाता प्रशांत कुमार
5 क्वालिटी गिरफ्तारी

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह के अनुसार पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच क्वालिटी गिरफ्तारी की. क्वालिटी गिरफ्तारी का मतलब यह होता है कि पांच ऐसे नक्सली गिरफ्तार हुए हैं जो अपने अपने संगठन में बहुत महत्वपूर्ण पद पर थे. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को काफी नुकसान पहुंचा.

चार ने किया आत्मसमर्पण

जनवरी महीने में चार बड़े नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाल दिये.

नवंबर में रांची में गिरफ्तार नक्सली
लोहरदगा में ध्वस्त हुआ नक्सल कैंप

जनवरी महीने में पुलिस ने लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया. राज्यभर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईईडी, 11 डेटोनेटर, भी बरामद किया. सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है. पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रुपए जब्त की.

कई नक्सली वारदातों को भी दिया गया अंजाम
हालांकि एक तरफ गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद कामयाबी भरा रहा, लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया. सबसे ज्यादा नक्सलियों ने कमर्शियल वाहनों को आग के हवाले कर दहशत फैलाया.

अगस्त में खूंटी से 5 लाख का इनामी नक्सली साथियों के साथ गिरफ्तार
  • 23 मई को सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी के मुंशी रमेश मरांडी को गोलियों से नक्सलियों ने भूना. ट्रैक्टर और जेसीबी में आग लगाई.
  • लातेहार में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम कर रही कंपनी के साइट पर आगजनी और फायरिंग.
  • पहले माह में तकरीबन दो दर्जन छिटपूट घटनाएं हुई, जिसमें अधिकांश आगजनी की वारदातें थी.

140 भाकपा माओवादी गिरफ्तार

साल 2020 में सबसे ज्यादा झटका पुलिस ने झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को दिया. जनवरी 2020 से लेकर नवंबर 2020 तक कुल 140 भाकपा माओवादी गिरफ्तार किए गए. गिरफ्तार नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए.

अक्टूबर में खूंटी से 5 नक्सली गिरफ्तार
160 पीएलएफआई नक्सली गिरफ्तार

एक तरफ जहां राज्य का सबसे बड़ा नक्सली संगठन भाकपा माओवादी पुलिस के लगातार ऑपरेशन की वजह से कमजोर हुआ. वहीं दूसरी तरफ नक्सली संगठन पीएलएफआई ने राजधानी रांची सहित कई शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. खासकर वर्चुअल नंबर से रंगदारी मांगने के मामले में पीएलएफआई पुलिस के लिए सालों भर सरदर्द बना रहा. छोटे-छोटे आपराधिक संगठनों को अपने साथ जोड़ कर पीएलएफआई लगातार राजधानी रांची को टारगेट कर रहा है. हालांकि पुलिस लगातार पीएलएफआई के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. साल 2020 में 160 पीएलएफआई नक्सली राज्यभर से गिरफ्तार किए गए हैं.

अक्टूबर में लोहरदगा में पुलिस टीम पर हमला


मुठभेड़ में 4 महिला नक्सली ढेर

साल 2020 में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में पहली बार 4 महिला नक्सली भी मारी गई. यह पहली बार हुआ है जब झारखंड में पुलिस के साथ हुई आमने-सामने की लड़ाई में महिला नक्सलियों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. एक अनुमान के अनुसार अभी भी 100 से अधिक महिला नक्सली झारखंड में सक्रिय हैं.

अगस्त में गिरिडीह में नक्सली उत्पात
टीपीसी ने खरीदे सबसे अधिक हथियार

तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के कमांडर भीखन गंझू को एनआईए ने एक नए मामले में वांटेड घोषित किया है. पहले से मगध-आम्रपाली कोल परियोजना में वांटेड रहे भीखन की तलाश एनआईए के साथ-साथ राज्य की पुलिस को भी है. एनआईए ने अक्तूबर महीनें में बिहार के आर्म्स तस्कर गिरोह के तस्करों के खिलाफ चार्जशीट की थी. चार्जशीट में भीखन गंझू के नाम का भी खुलासा हुआ था. एनआईए ने ऐसे में भीखन गंझू को इस मामले में वांटेड घोषित किया है. नागालैंड आर्म्स डील केस में संलिप्तता के बाद भीखन गंझू के तार नागालैंड के अलगाववादी नेता एन सांगथम से जुड़ रहे हैं. एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, झारखंड के टीपीसी उग्रवादियों ने 50 से अधिक एके 47 हथियार खरीदे थे. इस सारी डील में भीखन गंझू शामिल था. म्यांमार आर्मी के हथियारों की भी तस्करी कर टीपीसी उग्रवादियों को बेचे गए थे.

जुलाई में गढ़वा नक्सलियों ने ट्रक को लगाई आग
बढ़ाई गई इनामी राशि

पीएलएफआई के हार्डकोर उग्रवादियों और उनकी संपत्ति का सुराग जुटाने के अभियान के बाद ऐसा ही अभियान भाकपा माओवादियों के खिलाफ शुरू किया गया है. राज्य पुलिस मुख्यायल की ओर से भाकपा माओवादियों के चार शीर्ष नेताओं समेत 12 उग्रवादियों के खिलाफ घोषित इनाम की राशि को रिन्यू किया गया है. वहीं हार्डकोर माओवादियों की संपत्ति की जानकारी देने वालों को भी पुरस्कृत करने का ऐलान किया गया है. वर्तमान में ये सभी शीर्ष उग्रवादी कोल्हान के इलाके में सक्रिय हैं. पूर्व से एक करोड़ के इनामी रहे पोलित ब्यूरो मेंबर और ईस्टर्न रीजनल कमान के सचिव प्रशांत बोस, सेंटल कमेटी मेंबर मिसिर बेसरा, अनल दा उर्फ पतिराम मांझी और असीम मंडल उर्फ आकाश पर एक करोड़ का इनाम घोषित है.

Last Updated : Dec 25, 2020, 12:59 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details