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शुक्रवार को I.N.D.I.A दलों का देशव्यापी प्रदर्शन, 143 सांसदों के निलंबन के विरोध में आवाज करेंगे बुलंद - jharkhand news

Nationwide protest of IN DIA parties on Friday. शुक्रवार को इंडिया गठबंधन दल देशव्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे. संसद से 143 सांसदों के निलंबन के विरोध में सभी दल एकजुट होकर आवाज बुलंद करेंगे.

Nationwide protest of IN DIA parties on Friday against suspension of 143 MP
Nationwide protest of IN DIA parties on Friday against suspension of 143 MP

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 21, 2023, 8:24 PM IST

रांची: लोकसभा और राज्यसभा के शीतकालीन सत्र से 143 सांसदों को निलंबित किये जाने के विरोध में इंडिया गठबंधन के दल 22 दिसंबर को देशव्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे. राजधानी रांची और झारखंड के हर जिले में विरोध प्रदर्शन को धारदार बनाने के लिए गुरुवार को रांची में सीपीआई के प्रदेश कार्यालय में इंडिया दलों की बैठक हुई.

इंडिया के बैनर तले घटक दलों की बैठक झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मुस्ताक अंसारी की अध्यक्षता में हुई. जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव सुरेंद्र सिंह, प्रवक्ता राकेश सिन्हा और कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश किरण महतो ने भाग लिया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, भाकपा माले की ओर से शुभेंदु सेन, राष्ट्रीय जनता दल के राजेश यादव और जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र महतो, सीपीएम के समीर दास, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अजय कुमार सिंह, आम आदमी पार्टी के संजय कुमार रजक सहित अन्य नेताओं ने शिरकत की.

इंडिया दलों के नेताओं ने बैठक के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार लोकतंत्र का गला घोंट रही है. जिस तरह से लोकसभा के अंदर पिछले दिनों घटना घटी है इससे साफ हो गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में लोकतंत्र, संविधान और अब तो देश के सांसद तक सुरक्षित नहीं हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जिस भाजपा सांसद की अनुशंसा पर उत्पात मचाने वाले युवा संसद में घुसे थे, उन्हें बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर विपक्ष के सांसदों को निलंबित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है जिसने संसद के अंदर तांडव मचाने वाले को बचाने के लिए 143 सांसदों को निष्कासित कर दिया और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की है. यह लोकतंत्र की हत्या जैसा कृत्य है. देश में आज अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है.

झामुमो नेता मुस्ताक अहमद ने कहा कि जबसे केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आयी है, तब से संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है. संसद में जबरदस्ती और गैर कानूनी तरीके से पक्षपातपूर्ण फैसला लिया जा रहा है. ऐसे में अब देश, संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए संघर्ष ही एकमात्र रास्ता बचा है. सीपीआई के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि 22 दिसंबर को केंद्र सरकार के गैर संवैधानिक फैसले और संसद में विरोध की आवाज को खामोश करने की कोशिशों के खिलाफ एक बुलंद आवाज देशभर में सुनाई देगी. आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन के दल पूरी मजबूती से लोकतंत्र बचाने की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ते नजर आएंगे.

इंडिया दलों की बैठक में जो निर्णय लिया गया है उसके अनुसार 22 दिसंबर 2023 को रांची जिला स्कूल मैदान से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला जाएगा. राजभवन के समक्ष आक्रोश मार्च धरना प्रदर्शन में तब्दील हो जाएगा. इसके बाद राजभवन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर लोकतंत्र को बचाने की गुहार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से की जाएगी.

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