रांची: राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के दो दिवसीय अधिवेशन के पहले दिन बुधवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि मोदी सरकार जो भी मजदूर विरोधी कानून लाई है, इंटक उसे वापस लेने पर बाध्य करेगी. बैठक में गुरुवार को जनरल काउंसिल में जिन मुद्दों को उठाया जाएगा, उसपर भी चर्चा की गई. इसके तहत 17 मुद्दों को चुना गया है. इस मौके पर इंटक के राष्ट्रीय महासचिव केके तिवारी पांडे, प्रदीप शर्मा, प्रदीप सिंह, दीपक ओझा, कन्हैया चौबे, सुशील कुमार चौबे और जनरल काउंसिल के सदस्य उपस्थित रहे.
मजदूर विरोधी कानून को वापस लेने के लिए इंटक करेगी बाध्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया निर्णय
रांची में इंटक के दो दिवसीय अधिवेशन के पहले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें मोदी सरकार को घेरना की रणनीति बनाई गई. बैठक में गुरुवार को जनरल काउंसिल में जिन मुद्दों को उठाया जाएगा, उसपर भी चर्चा की गई.
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इंटक चुनेगी राष्ट्रीय अध्यक्ष
इंटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने बताया कि कुछ नए मुद्दों के साथ पुरानी कमेटी भंग कर दी गई, जो नई कार्यकारिणी बनेगी वो प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखेगी, जिसमें मजदूरों के मुद्दे होंगे. उन्होंने बताया कि दो दिवसीय अधिवेशन के दूसरे दिन चुनाव की प्रक्रिया चलेगी, जिसमें इंटक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनेगी.