नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने झारखंड से संचालित अफीम के नेटवर्क को पर्दाफाश करते हुए 2 अभियानों में लगभग 26 किलो अफीम बरामद की है. साथ ही ब्यूरो ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान आरोपियों के पास से 20 लाख 80 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं.
यह है पूरा मामला नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी ब्यूरो लगातार अफीम तस्करों पर नजर बनाए हुए था. लॉकडाउन के दौरान झारखंड अफीम तस्करों की पसंदीदा जगह बनकर उभरा है.
उन्होंने बताया कि 8 अगस्त को एनसीबी लखनऊ जोन को सूचना मिली कि झारखंड से आ रही एक कार में अफीम है. जिसके बाद एनसीबी की टीम ने हरदोई रोड पर छापेमारी कर एक कार के दरवाजे से 10 किलोग्राम अफीम बरामद करते हुए दो आरोपियों यानि बी कंदीर और एन हंस को गिरफ्तार किया है.
इसे भी पढ़ें:- दुमका: न्यायालय के आदेश पर 80 बोरा अमोनियम नाइट्रेट किया गया नष्ट, 20 जून को किया गया था बरामद
अफीम को कार के दरवाजे में छुपाया गया था, ताकि पुलिस को शक न हो. वहीं दूसरे मामले में पटना जोनल यूनिट ने 11 अगस्त को रांची हजारीबाग रोड टोल प्लाजा से एक कार में रखी 14 किलो अफीम को बरामद किया है. छानबीन के दौरान रांची में अफीम की तस्करी करने वाले एक और सप्लायर को पकड़ा गया और उसके पास से कुल 2 किलो अफीम और 20 लाख 80 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं.
10401 एकड़ की अफीम की फसल की गई नष्ट
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश परंपरागत अफीम तस्करी के लिए भारत में प्रसिद्ध हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में झारखंड भी इसमें शामिल हो गया है. यहां से अफीम पंजाब और हरियाणा में भेजा जाती है. एनसीबी ने अब तक तक स्टेट एजेंसियों की सहायता से लगभग 10401 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर दिया है.