रांची: देश में मकर संक्रांति धूमधाम से मनाया जा रहा है. लोग स्नान दान कर संक्रांति का त्योहार मना रहे हैं. इस मौके पर तिल का दान भी किया जा रहा है. दही चुड़ा और तिलकुट के साथ मकर संक्रांति का भोजन कर रहे हैं. मकर संक्रांति के मौके पर पतंग उड़ाने की परंपरा को भी कायम रखने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता लगातार लोगों के बीच में पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन करवा रहे हैं.
सांसद संजय सेठ ने राजधानी रांची के ओटीसी मैदान में जाकर लोगों के साथ पतंग उड़ाया और पतंग उड़ाने की परंपरा को अपने आने वाले पीढ़ियों को बताने की अपील की. सांसद संजय सेठ ने कहा कि कई वर्षों से नमो पतंग उत्सव मनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि देश में कृष्ण अष्टमी के समय दही हंडी प्रतियोगिता की जाती है, उसी प्रकार उत्तर भारत में पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का विशेष महत्व है.
सांसद संजय सेठ ने कहा कि आज के भागम भाग के दौर में युवा शारीरिक रूप से मजबूत नहीं हो रहे हैं, क्योंकि इस तरह की प्रतियोगिता का चलन समाप्त होते जा रहा है. उन्होंने बताया कि सर्दी के समय में पतंग उड़ाने से कई तरह के व्यायाम होते थे जो युवाओं को स्वस्थ रखता था, उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर इस तरह की पुरानी परंपराओं को लोगों के बीच लाया जा रहा है ताकि देश की आने वाले पीढ़ी पुरानी परंपराओं को देखकर उसे अपना सके.
वहीं उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा ताकि आम लोग अपने बच्चों को यह बता सके कि पूर्व में पर्व व त्योहार कितने धूमधाम से मनाए जाते थे. पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता में शिरकत करने पहुंचे सांसद संजय सेठ ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक मकर संक्रांति जैसे पर्व के बारे में युवाओं को पता नहीं था लेकिन जब से देश में मोदी सरकार आई है तब से युवा मकर संक्रांति, कृष्ण अष्टमी जैसे पर्वों को धूमधाम से मना रहे हैं. राजधानी के ओटीसी मैदान में आयोजित पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता में कई बच्चों ने हिस्सा लिया. इसके साथ ही आसपास के स्थानीय लोगों ने भी हिस्सा लेकर इस कार्यक्रम को भव्य बनाया.