रांची : खेलगांव इलाके के लालगंज में जमीन विवाद में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या और एक को घायल करने के आरोपित मैनेजर तिवारी को पुलिस ने उनकी पत्नी और बेटे के साथ गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सेना का सेवानिवृत्त जवान है. पुलिस ने उसके पास से लाइसेंसी पिस्टल और राइफल भी जब्त कर ली है.
क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह मैनेजर तिवारी ने पहले थानेदार को कॉल किया और कहा कि जमीन पर काम चल रहा है, बंद कराएं वर्ना ठीक नहीं होगा. इसके बाद थानेदार ने पीसीआर वैन मौके पर भेजा, लेकिन इससे पहले पुलिस पहुंचती तिवारी ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दूसरा गोली लगने से जख्मी हो गया. इसके बाद आरोपी फरार हो गया था. फरार होने के बाद उसने किसी परिचित से एक कंबल लिया और कंबल ओढ़कर पिस्टल के साथ पूरे इलाके में घूमता रहा. अपने पिस्टल में उसने दो गोलियां लोड कर रखा था. सुबह के समय वह एक बाइक से लिफ्ट लेकर लौट रहा था, इसी दौरान पुलिस ने मुरली पुल के पास से उसे दबोच लिया. इससे पहले मैनेजर तिवारी की पत्नी सुमन तिवारी और बेटे अभिषेक तिवारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
रांचीः जमीन विवाद में हत्यारोपी सेना का सेवानिवृत्त जवान गिरफ्तार, लाइसेंसी पिस्टल और राइफल जब्त
रांची के लालगंज गांव में जमीन विवाद में एक व्यक्ति की हत्या के आरोपी आरोपी सेना के सेवानिवृत्त जवान को पुलिस ने पत्नी और बेटे के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के पास से लाइसेंसी पिस्टल और राइफल भी जब्त कर ली है.
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23 डिसमिल जमीन का था विवाद
पुलिस के अनुसार लालगंज निवासी अशोक कुमार शुक्ला की 23 डिसमील एक जमीन उसी इलाके में है, उस जमीन पर चाहरदीवारी की गई है. सोमवार सुबह आरोपित मैनेजर तिवारी ने चाहरदीवारी का गेट तोड़ दिया. निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों ने इसका विरोध किया. कहा मालिक अशोक से बात करिए. इसी बीच जमीन मालिक का साला अमरेंद्र मिश्रा भी वहां पर पहुंच गया. इसके बाद अमरेंद्र और मजदूरों के साथ मैनेजर तिवारी का विवाद शुरू हो गया, जल्द ही धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू हो गई. इसी दौरान आरोपी ने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी. आरोपी ने करीब 12 राउंड फायरिंग की. इसमें अमरेंद्र कुमार मिश्रा घायल हो गया, जबकि सूरज कुमार महतो की गोली लगने से मौत हो गई. सूरज कुमार महतो बुंडू के तुंजू गांव का रहने वाला था. वह लालगंज में किराये का मकान लेकर रह रहा था और वह विवादित जमीन के पक्षकार अशोक कुमार शुक्ला के लिए केयर टेकर और मजदूर के रूप में काम करता था.