रांची:कहते हैं मरने के बाद आत्मा की शांति के लिए अंतिम संस्कार (Funeral) होना बेहद जरूरी है. कई ऐसे अभागे हैं जो किसी ना किसी कारण से अपनों से दूर हो गए और मरने के बाद भी उनके शव को लेने के लिए कोई नहीं आया. ऐसे में रांची का मुक्ति संस्था (Mukti Sanstha) लगातार आगे आकर लावारिस शवों (Unclaimed Dead Bodies) का अंतिम संस्कार करा रहा है.
अंतिम सफर में जिनको नहीं मिला अपनों का साथ, मुक्ति संस्था बना उनका परिवार - रांची में मुक्ति संस्था कर रही लावारिस शवों का अंतिम संस्कार
कोरोना काल (Corona Pandemic) में अपने अपनों का साथ छोड़ रहे हैं. लोग अंतिम संस्कार के लिए भी आगे नहीं आ रहे हैं. ऐसे में रांची की मुक्ति संस्था आगे आकर ऐसे लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करा रहा है.
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मुक्ति संस्था की ओर से राजधानी के जुमार नदी किनारे 31 लावारिस शवों (Unclaimed Dead Bodies) का विधि विधान से अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया. सभी शवों को सर्व धर्म प्रार्थना के साथ अग्नि भेंट दी गई और सामूहिक रूप से अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया. मुक्ति संस्था (Mukti Sanstha) के बेहतर प्रयास के बाद रिम्स के शीत शव गृह से रविवार को 31 लावारिस शव निकाला गया. जिन्हें मुक्ति संस्थान के कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने अंतिम संस्कार के लिए जुमार नदी के घाट तक लाया.