रांचीः सांसद संजय सेठ इन दिनों नमो अन्नपूर्णा बैंक संचालित करने में लगे (MP Sanjay Seth will run Namo Annapurna Bank)हैं. योजना को साकार करने के उद्देश्य से गुरुवार को सांसद ने एक बैठक की. जिसमें कैटरिंग से लेकर होटल व्यवसाय से जुड़े लोग शामिल हुए. बैठक में बैंक किस तरह काम करे इस पर चर्चा की गई.
ये भी पढ़ेंःरेल मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ, जल्द शुरू होगी रांची जमशेदपुर शटल ट्रेन
बैठक में नमो अन्नपूर्णा बैंक के जरिए शादी विवाह एवं अन्य पार्टियों के अलावे होटलों में बचने वाले खाना को गरीबों के बीच पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया. जिसमें आए लोगों ने इस संबंध में कई सुझाव भी साझा किए. नियत समय और स्थान पर राजधानी में वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए लोगों ने कई सुझाव दिए.
पहल का मकसद, नहीं सोए कोई भूखाः राजधानी के हिनू स्थित एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों ने गरीबों तक खाना पहुंचाने से पहले खाना की क्वालिटी चेक करने की सलाह दी, नहीं तो फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने का डर रहेगा. इस काम को कोरोना के वक्त बखूबी रुप से करने वाले पंकज शर्मा कहते हैं कि यदि खाना की क्वालिटी चेक की व्यवस्था नहीं होगी तो जहां हम भूखे को खाना देकर जान बचाने की सोच रहे हैं, वहीं हमारी लापरवाही से फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो जाएंगे. उन्हें हॉस्पिटल का चक्कर लगाना पड़ जायेगा. जहां वो पैसे के अभाव में अपनी जान गंवा बैठेंगे.
दूसरे सुझाव के रुप में गाड़ियों के समुचित प्रबंध जिसमें खाना को सुरक्षित और गर्म रखा जाय. इन सब सुझावों को जानने के बाद सांसद संजय सेठ ने कहा कि हमारा मकसद है कि इस अभियान के जरिए भूखों तक जहां भोजन पहुंचाया जाय वहीं अनाज की बर्बादी को भी रोका जाय ताकि कोई भूखा नहीं सोए.