रांची: झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर अपनी मांगों के समर्थन में पूर्व से घोषित नंग-धड़ंग आंदोलन को पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने स्थगित कर दिया है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने जानकारी देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रांची आगमन और मोरहाबादी मैदान में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को देखते हुए पूर्व से घोषित मुख्यमंत्री आवास का घेराव एवं नंग धड़ंग प्रदर्शन को स्थगित किया गया है.
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सदर अनुमंडल पदाधिकारी रांची को इस संबंध में पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ द्वारा लिए गए निर्णय से अवगत करा दिया गया है. संग ही यह भी स्पष्ट किया है कि 16 नवंबर से संघ का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जो राजभवन के समक्ष पूर्व से चल रहा है वह फिर से शुरू किया जायेगा.
पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ की यह है मांगें:सेवा नियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में करीब 120 दिनों से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक ने इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय का घेराव से लेकर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास तक में आंदोलन किया है. राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे राज्य के करीब 18,000 पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक द्वारा सरकार पर 5 सूत्री मांग को पूरा करने का दबाब बनाया जा रहा है.
इनकी मांगें हैं कि एक निश्चित मानदेय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक को मिले और पदनाम को लेकर आ रही परेशानी को देखते हुए इसका नाम भी बदल जाए. इस संबंध में मुख्यमंत्री से वार्ता सुनिश्चित कर राज्य सरकार इन पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों को विभाग में समायोजित करें. बहरहाल पीएम कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन की सख्ती के कारण इन पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों ने भले ही दो दिनों के लिए आंदोलन स्थगित करने को मजबूर हैं मगर इनके रुख से स्पष्ट है कि आनेवाले समय में आंदोलन और तेज होगा.