झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

विधानसभा चुनाव की तैयारी, उपद्रवी तत्वों से कुछ इस अंदाज में निपटेगी राजधानी की पुलिस

रांची में विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने भाग लिया. चुनाव के दौरान उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लेकर उनपर अश्रु गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार, लाठीचार्ज से लेकर गिरफ्तारी तक की कार्रवाई कैसे की जाय इसे लेकर रिहर्सल किया गया.

विधानसभा चुनाव की तैयारी में रांची पुलिस

By

Published : Nov 6, 2019, 5:20 PM IST

रांची:राजधानी में विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस अपनी तैयारियों में मशगूल है. पुलिस चुनाव के दौरान उपद्रवी तत्वों से कैसे निपटेगी इसके लिए पुलिस लाइन में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. पुलिस ने एहतियातन विधानसभा चुनाव के दौरान हिंसा से निपटने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में रांची पुलिस के जवानों ने भाग लिया.

देखें पूरी खबर

विधानसभा चुनाव को लेकर हुआ मॉक ड्रिल
विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से चौकस नजर आ रही है. रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने जिले के सभी थाना और ओपी प्रभारियों को विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से अपने-अपने क्षेत्र में विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है. बुधवार को एसएसपी के निर्देश पर पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल कर जनता को यह बताने का प्रयास किया कि पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. चुनाव के दौरान उपद्रव फैलाने की कोशिश करने वाली ताकतों के अरमान को पूरा नहीं होने दिया जाएगा. रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि मॉक ड्रिल एक रेगुलर प्रक्रिया है, जो विधि व्यवस्था के संधारण के लिए समय-समय पर करवायी जाती है. विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में पुलिस की ट्रेनिंग चुनाव में भी काफी काम आएगी.

इसे भी पढ़ें:-विधानसभा चुनाव 2019: भवनाथपुर विधायक भानू प्रताप शाही का रिपोर्ट कार्ड

पूरी तत्परता के साथ हुआ मॉक ड्रिल
मॉक ड्रिल में पुलिस की तत्परता दिखी. यहां 'उपद्रवी' की भूमिका में भी पुलिस ही थी और उस पर कार्रवाई करनेवाले भी पुलिसकर्मी ही थे. उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लेकर उनपर अश्रु गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार, लाठीचार्ज से लेकर गिरफ्तारी तक की कार्रवाई ने यह बता दिया कि पुलिस हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है. मॉक ड्रिल के दौरान जवानों को यह भी बताया गया कि अगर स्थिति बिगड़ती है और उसमें लोग घायल होते हैं, तो उन्हें कैसे तुरंत अस्पताल भेजा जाए और एंबुलेंस को कैसे भीड़ से निकालकर अस्पताल भेजा जाए.

इसे भी पढ़ें:-चुनाव के लिए पुलिस ने मांगे हेलीकॉप्टर, नक्सल प्रभावित इलाकों में हेली ड्रापिंग की होगी व्यवस्था

आम लोग भी शामिल हुए मॉक ड्रिल में
इस दौरान पुलिस के जवानों ने लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़ने, पानी की बौछार आदि को लेकर अभ्यास किया. काल्पनिक स्थिति पैदा कर उससे निपटने का अभ्यास किया गया. इस दौरान ऐसा लग रहा था, मानो पूरा क्षेत्र हुड़दंगियों के कब्जे में है और पुलिस इससे निपटने की कोशिश कर रही है. पुलिस के जवानों ने प्रशिक्षण में दी गई जानकारी को आत्मसात करते हुए अपने अनुभव का प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में आम लोग भी मॉक ड्रिल का हिस्सा बने.

ABOUT THE AUTHOR

...view details