रांची: झारखंड के ब्लड बैंकों में ब्लड की कमी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने चलंत रक्तदान वैन का परिचालन रांची से किया. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना की वैश्विक संकट में रक्त की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है. ऐसे में जरूरी है कि राज्य के सभी ब्लड बैंकों में रक्त को संग्रहित किया जा सके.
झारखंड में ब्लड की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर, चालू किए गए चार मोबाइल रक्तदान वैन
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने चलंत रक्तदान वैन की शुरुआत की. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि रांची, देवघर, हजारीबाग और पलामू में चार चलंत रक्त वाहन की शुरुआत की गई है, वहीं जामताड़ा और रामगढ़ में दो नए ब्लड बैंक की भी स्थापना की गई है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि रांची, देवघर, हजारीबाग और पलामू में चार चलंत रक्त वाहन की शुरुआत की गई है, वहीं जामताड़ा और रामगढ़ में दो नए ब्लड बैंक की भी स्थापना की गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह सभी ब्लड बैंक वैन राज्य के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को रक्तदान करने के लिए जागृत करेगा, ताकि रक्त का संग्रह राज्य में बना रहे.
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झारखंड के विभिन्न जिले में वर्तमान में 7000 यूनिट ब्लड मौजूद
बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य के विभिन्न ब्लड बैंकों के आग्रह पर स्वास्थ्य विभाग ब्लड संग्रह के लिए ब्लड डोनेशन ग्रुप तैयार कर रहा है. इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई सामाजिक संगठनों से बात भी की है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़कर ब्लड बैंक में रक्त की मात्रा को बढ़ा सके. झारखंड के विभिन्न जिले में वर्तमान समय में 7 हजार यूनिट ब्लड मौजूद है.
कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए कई लोग राज्य के ब्लड बैंको में रक्तदान के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को चलंत रक्तदान वाहन की शुरुआत की गई, जो लोगों के घरों तक पहुंचकर ब्लड लाएगी, साथ ही साथ जहां पर ब्लड ब्लैंक की व्यवस्था नहीं है उन इलाकों में भी यह चलंत रक्तदान वाहन काफी कारगर साबित होगा.