झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

कांके विधायक समरी लाल की मांग पर बनी सहमति, सुगनु गांव में सड़क बनाने का मिला आश्वासन - kanke mla samri lal

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अंतिम दिन सदन में MLA समरी लाल की मांग पर सुगनु गांव में सड़क बनाने की मांग पर सहमति बनी. कांके विधायक समरी लाल ने रियाडा की ओर से अधिकृत किसानों की जमीन को वापस करने का मुद्दा भी उठाया.

mla-samri-lals-demand-for-construction-of-road-in-suganu-village-was-agreed-upon-in-assembly
झारखंड विधानसभा

By

Published : Sep 23, 2020, 5:39 AM IST

रांचीःझारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अंतिम दिन आज समाप्त हो गया और आज विधायकों ने क्षेत्र से जुड़े कई मुद्दों को लेकर सदन के अंदर चर्चा की. इसके साथ ही समस्याओं से भी सरकार को अवगत कराया. कांके विधानसभा क्षेत्र से विधायक समरी लाल ने भी अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को सदन के अंदर अवगत कराया.

जानकारी देते विधायक समरी लाल
सड़क बनाने की मांग पर सहमति बनी

कांके विधानसभा क्षेत्र के विधायक समरी लाल ने सुगनू लालगंज के लोगों के लंबे समय से सड़क की मांग को लेकर सरकार को अवगत कराया. उन्होंने बताया कि सुगनू लालगंज गांव एक टापू में बसा हुआ है, एक तरफ जुमार नदी है तो दूसरी तरफ आर्मी का कैंप है, लोगों को आने जाने में काफी कठिनाई होती है. उन्होंने कहा कि सदन में पिछले बार भी इस बात को रखा गया था और इस बार भी रखने का काम किया है.

सदन से मिला आश्वासन

इसको लेकर सदन से आश्वासन मिला है कि जल्द ही वहां सड़क के निर्माण की जाएगी nh-33 को nh-75 से जोड़ा जाएगा. उम्मीद है कि जल्द ही इस गांव के लोगों को सड़क निर्माण का कार्य सरकार की ओर से कराई जाएगी.

इसे भी पढ़ें- राज्य चलाएंगे कैसे, कर्मचारियों को तनख्वाह देना मुश्किल, विरासत में मिली लाचार आर्थिक व्यवस्थाः सीएम


वहीं दूसरा मामला सदन के अंदर उठाया गया कि कांके विधानसभा क्षेत्र के ईरबा गांव के आसपास रियाडा की ओर रैयतों की भूमि को अधिग्रहण कर लिया गया है और पिछले तीन दशकों से अधिग्रहण किया गया है. लेकिन वहां पर किसी भी प्रकार का कोई भी निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया है. ऐसे में सदन को बताने का काम किया गया है कि क्यों नहीं वहां की जमीन को रैयत किसानों को भूमि वापस दिया जाए ताकि वह पर खेती बारी लोग कर सकें. क्योंकि सरकार का कोई एजेंडा नहीं है कि आखिर उस जमीन पर क्या बनाना है ऐसे में उस जमीन को वापस किसानों को दे दिया जाए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details