रांची: बजट सत्र के दूसरे कार्य दिवस के दिन सदन में कुछ ऐसा हुआ कि सभी माननीय हंस पड़े. भोजनावकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा से पहले ही मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के विधायक वॉक आउट कर चुके थे. शांति के साथ सदन की कार्यवाही चल रही थी. राज्यपाल के अभिभाषण पर विधायक सरयू राय अपना पक्ष रख रहे थे. इसी दौरान खर्राटे की आवाज से सभी माननीय हंस पड़े.
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दरअसल, मुख्यमंत्री के पीछे बैठे लातेहार से झामुमो के विधायक बैद्यनाथ राम गहरी नींद में चले गए थे. उनके ठीक बगल में बैठे थे गुमला के झामुमो विधायक भूषण तिर्की. बैद्यनाथ राम के खर्राटे की आवाज सुनते ही मुख्यमंत्री पीछे की ओर मुड़े और अपनी पार्टी के विधायक को जगाया. शांत माहौल में विधायक जी के खर्राटे की आवाज पत्रकार दीर्घा तक पहुंच गई. ईटीवी भारत की टीम ने विधायक भूषण तिर्की से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि बैद्यनाथ राम सो रहे थे, उन्होंने जब खर्राटा लिया तो मुख्यमंत्री पीछे की तरफ मुड़े, सीएम को देखते ही विधायक भूषण तिर्की ने झकझोर कर अपने सहयोगी विधायक बैद्यनाथ राम को उठाया. हालांकि बैद्यनाथ राम से जब फोन पर बात की गई, तो उन्होंने कहा कि भूषण तिर्की सो रहे थे. हद यह है कि खर्राटे पर मानीयन ने राजनीति कर दी.
माननीयों की झपकी कोई नई बात नहीं
सदन की कार्यवाही के दौरान माननीयों की झपकी कोई नई बात नहीं रही है, लेकिन इस बाबत सवाल पूछे जाने पर अक्सर दलील दी जाती रही है, कि आंख बंद करने का मतलब यह नहीं कि कोई नींद में हो. आत्म मंथन के दौरान भी आंखें बंद की जाती हैं, लेकिन खर्राटे की आवाज को आत्ममंथन के एंगल से कैसे देखा जा सकता है. बहरहाल, अपने खर्राटे की वजह से ही सही लातेहार के विधायक बैद्यनाथ राम चर्चा में जरूर आ गए हैं.