रांची. झारखंड में भूमि संबंधी विवाद के कारण आए दिन हो रही आपराधिक वारदातों पर मांडर विधायक बंधु तिर्की ने चिंता जाहिर की है. उनका मानना है कि इन विवादों को जन्म देने में अंचल अधिकारियों और उनके कर्मचारियों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. भू-माफिया इनकी मदद से आदिवासी, गैरमजरूआ जमीन के साथ-साथ कमजोर लोगों की खाली पड़ी जमीन को विवादित बनाते हैं और कानूनी व्यवधान उत्पन्न कर अपराधिक घटनाओं की पृष्ठभूमि तैयार करते हैं.
भूमि विवाद में आपराधिक घटना होने पर बंधु तिर्की ने DGP को लिखा पत्र, कहा- सीओ को भी बनाया जाए अभियुक्त
रांची में भूमि संबंधी विवाद के कारण आए दिन हो रही आपराधिक वारदातों पर मांडर विधायक बंधु तिर्की ने चिंता जाहिर की है. विधायक ने डीजीपी एमवी राव को पत्र लिखा है. उन्होंने भूमि विवाद में कहीं भी आपराधिक घटना को अंजाम दिए जाने पर अंचल अधिकारी को भी अभियुक्त बनाने को कहा है.
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ऐसे में जब आपराधिक घटना का आभास होता है तो पुलिस इस बाबत आवेदन के बाद भी कार्रवाई नहीं कर पाती है, क्योंकि मामला दीवानी होता है और पुलिस के कार्य क्षेत्र से बाहर होता है. ऐसे में भूमाफियाओं का मनोबल बढ़ता है और कमजोर व्यक्ति भूमि की सुरक्षा के लिए दूसरे दबंग प्रवृत्ति के लोगों के शरण में जाता है. जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद होता है और अपराधी घटना सामने आती है. ऐसे में मांडर विधायक बंधु तिर्की ने भूमि विवाद में कहीं भी आपराधिक घटना को अंजाम दिए जाने पर अंचल अधिकारी को भी अभियुक्त बनाए जाने को लेकर झारखंड डीजीपी को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है इससे भूमि विवाद और उसके कारण होने वाली आपराधिक घटनाओं में कमी आएगी और शांति स्थापित हो पाएगी. इससे पुलिस को भी फायदा पहुंचेगा और गरीबों को भी न्याय मिल पाएगा.