रांची: कोरोना से जंग जीतकर चेन्नई से लौटने के बाद जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) को फिर से शिक्षा विभाग (Education Department) मिलने की आस है. अपने आपको स्वस्थ होने की बात कहते हुए जगरनाथ महतो ने उम्मीद जताई है, कि मुख्यमंत्री जरूर शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी फिर से उन्हीं को देंगे. इधर सियासी गलियारों में जगरनाथ महतो को शिक्षा विभाग मिलने में हो रही देरी पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
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कोरोना से लड़कर जीवन बचाने में सफल रहे मंत्री जगरनाथ महतो फिलहाल पूरी तरह से स्वस्थ हैं. जगरनाथ महतो का चेन्नई से इलाज करवाकर रांची लौटे हुए करीब 18 दिन हो चुके हैं. रांची के सरकारी आवास में फिलहाल जगरनाथ मंत्री अपने स्वास्थ्य को और बेहतर कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद है, कि उन्हें जल्द से जल्द फिर से शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है. वर्तमान में शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास है.
सियासी गलियारों में होने लगी है चर्चा
जगरनाथ महतो को शिक्षा विभाग मिलने में हो रही देरी से राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं. विपक्षी दल बीजेपी ने इसे मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार बताया है. वहीं कांग्रेस ने जल्द जगरनाथ महतो को फिर से शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिलने की संभावना जताई है. बीजेपी नेता और पूर्व विधायक डॉ जीतू चरण राम ने कहा है, कि जगरनाथ महतो कोरोना से जंग जीतकर लौट आए हैं, ये खुशी की बात है, अब उन्हें विभाग भी मिलना चाहिए, हालांकि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. कांग्रेस प्रवक्ता शमशेर आलम ने कहा, कि जगरनाथ महतो को जल्द ही शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी मिलने की उम्मीद है. इधर सियासी चर्चा के बीच सरकार के अंदर मंत्रियों के विभाग में फेरबदल के भी कयास लगाए जा रहे हैं, जिसके कारण जगरनाथ महतो को विभाग आवंटित करने में हो रही देरी की मुख्य वजह बताई जा रही है.