रांची:कोरोना की दूसरे लहर के कारण सभी राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वहीं कई राज्यों में आंशिक लॉकडाउन भी लग चुकी है और पाबंदियां भी बढ़ा दी गईं हैं. ऐसे में प्रवासी मजदूरों का अपने राज्य में वापस लौटने का सिलसिला लगातार जारी है.
झारखंड के प्रवासी मजदूरों के लिए राज्य सरकार की ओर से गाइडलाइन भी जारी कर दिए गए हैं.
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14 दिन तक क्वॉरेंटाइन
गाइडलाइन के तहत अब किसी भी प्रवासी श्रमिक को अन्य राज्य से झारखंड में आने के बाद उनका कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उनका कोविड-19 केंद्रों पर इलाज किया जाएगा. रिपोर्ट नेगेटिव भी आती है उसके बावजूद उन्हें 14 दिन का क्वॉरेंटाइन करने का प्रावधान भी किया गया है. इसी कड़ी में हटिया स्टेशन में पुणे हटिया एक्सप्रेस पहुंची. इस ट्रेन में सामान्य यात्रियों के साथ-साथ प्रवासी श्रमिक भी झारखंड लौटे. इस दौरान तमाम यात्रियों का कोरोना टेस्ट स्टेशन परिसर में ही किया गया.
अधिकारियों ने लिया स्टेशन परिसर का जायजा
मौके पर पहुंचे एसडीएम, सिटी एसपी और रांची रेल मंडल के सीपीआरओ ने स्टेशन परिसर का जायजा लिया और कोविड-19 टेस्ट को लेकर जिला प्रशासन की ओर से किए जा रहे कार्यों को भी देखा. मौके पर एसडीएम ने कहा कि रांची के यात्रियों के लिए शहर के प्रभात तारा मैदान और खेल गांव में सेंटर बनाया गया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों के लिए प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है.
उनका इलाज होने के बाद ही उनको गांव में प्रवेश करने दिया जाएगा. इसके साथ ही अन्य जिलों के यात्रियों के लिए उन जिलों में ही क्वॉरेंटाइन सेंटर का निर्माण किया गया है. राज्य सरकार के आदेश का अब पूरी तरह पालन हो रहा है. स्टेशनों पर कोविड-19 टेस्ट हो रहा है और पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद उनका इलाज संबंधित कोरोना केंद्रों में किया जा रहा है.
व्यवस्था दुरुस्त
बताते चलें कि प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को भी प्रवासी श्रमिकों को लेकर एक ट्रेन हटिया स्पेशल सूरत से पहुंचेगी और इस ट्रेन के यात्रियों को विभिन्न जिलों में रवाना करने को लेकर बसों की व्यवस्था की जा रही है. वहीं जो रांची जिले के यात्री होंगे उन्हें निगम क्षेत्र में ही क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.