रांची: मनरेगा मजदूरों की समस्या के समाधान को लेकर मंगलवार को मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने वर्चुअल मजदूरों की समस्या सुनी. इस दौरान मनरेगा मजदूरों ने काम और भुगतान में हो रही परेशानी से मनरेगा आयुक्त को अवगत कराया.
मजदूरों को जागरूक और संगठित कर ही मनरेगा का क्रियान्वयन है संभवः मनरेगा आयुक्त - मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी
मनरेगा मजदूरों की समस्या के समाधान को लेकर मंगलवार को मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने वर्चुअल मजदूरों की समस्या सुनी. इस दौरान मनरेगा मजदूरों ने काम और भुगतान में हो रही परेशानी से मनरेगा आयुक्त को अवगत कराया.
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मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने मनरेगा मजदूर मंच के सदस्यों के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक में बताया कि पिछले वर्ष मानव दिवस सृजन में बढ़ोतरी के लिए ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मजदूरों से ही काम की मांग करवाने का अभिनव प्रयोग शुरू किया गया था और सामजिक अंकेक्षण के दौरान गठित मजदूर मंच द्वारा हर पंचायत से दो मजदूरों को इसके लिए प्रशिक्षित किया गया था और व्हाट्सएप के माध्यम से आवेदन देने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी. इसके अच्छे परिणाम आए थे और झारखंड में मानव दिवस सृजन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई थी. इस बैठक में मजदूरों ने अपने अनुभव और कठिनाइयों का उल्लेख किया .पश्चिमी सिंहभूम से महेंद्र कुम्भकार, जामताड़ा से सरोज, पलामू से पिंकी सूरिन, दुमका से जुथिका पाल, हजारीबाग से संतोष कुमार और इस प्रक्रिया में सहयोग करने वाले बैजनाथ प्रसाद वर्मा और आश्रिता तिर्की ने भी अपने अनुभव साझा किए.
मनरेगा मजदूरों ने विभागीय खामियों से कराया अवगत
वर्चुअल बैठक में मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा आयुक्त के समक्ष खामियों को गिनाया. मजदूरों ने मस्टर रोल जारी होने की सूचना नहीं मिलने, कर्मियों से अपेक्षित सहयोग न मिलने और विलम्ब से भुगतान की समस्याओं को बैठक में रखा. इसके पूर्व इस पूरी प्रक्रिया की पृष्ठभूमि पर सोशल ऑडिट यूनिट के गुरजीत सिंह ने प्रस्तुति दी और उज्ज्वल पहुरकर ने एप के माध्यम से काम की मांग को ट्रैक करने की प्रक्रिया को सामने रखा. मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि इस प्रक्रिया को जारी रखने के साथ -साथ मजदूरों के कार्य आवंटन को भी सुनिश्चित करने की व्यवस्था बनाएं.