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Jharkhand Weather Update: कमजोर हो रहा मानसून, कई जिलों मे येलो अलर्ट जारी - Jharkhand Monsoon

झारखंड में मानसून (Jharkhand Monsoon) कमजोर हो रहा है. राज्य के कई जिलों में पिछले 24 में मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं अगले दो-तीन घंटे में राज्य के कई जिलों में गर्जन के साथ बारिश (Rain With Thunderclap) होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार बारिश के साथ-साथ वज्रपात की भी संभावना है. इसे लेकर मौसम विभाग (Meteorological Department) ने येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है.

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Published : Jul 14, 2021, 7:22 PM IST

रांची: झारखंड में मानसून (Jharkhand Monsoon) पिछले 24 घंटे में कमजोर रहा है. राज्य में कुछ स्थानों पर मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिसमें सबसे अधिक बारिश 24.6 मिलीमीटर घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम) में दर्ज की गई. जबकि सबसे अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस पाकुड़ और सबसे न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में रिकॉर्ड किया गया. राज्य के कई जिलों में अगले दो-तीन घंटे में बारिश हो सकती है. इसे लेकर मौसम विभाग (Meteorological Department) ने येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है.

वेदर समरी

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राजधानी रांची समेत आसपास के इलाकों में सुबह से हल्की धूप के साथ आसमान में बादल छाए रहे. वहीं कई हिस्सों पर बूंदाबांदी बारिश भी हुई. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मानसून की स्थिति कमजोर हो रही है, कई इलाकों में हल्के मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के अनुसार बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम जिले में अगले दो-तीन घंटे में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज गर्जन के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है. इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.

मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम वैज्ञानिक ने लोगों से सतर्क और सावधान रहने की अपील की है. वहीं लोगों से पेड़ के नीचे नहीं रहने, बिजली के खंभों से दूर रहने की चेतावनी दी है. उन्होंने किसानों से खराब मौसम में खेतों में नहीं जाने की अपील की है. राज्य के साहिबगंज जिले में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण गंगा नदी उफान पर है. वहीं निचले इलाके में लगे फसल बर्बाद हो गए. हर जगह-पानी भर जाने से लोगों को मवेशियों के लिए चारा में परेशानी हो रही है, जिसके कारण कई लोग मवेशी लेकर दूसरे स्थानों पर चले गए हैं.

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