रांचीःआदिवासी संस्कृति सरना धर्म रक्षा अभियान के तत्वावधान में सरना स्थल तेतर टोली बरियातू रांची में सरना धर्म कोड की मांग संबंधी आकस्मिक बैठक धर्मगुरु बंधन तिग्गा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. आदिवासी सांस्कृतिक सरना धर्म रक्षा अभियान के तत्वधान में हुए इस आकस्मिक बैठक में निम्नलिखित प्रस्ताव और रणनीति सुनिश्चित की गई.
1. मानसून विधानसभा में सरना धर्म कोड संबंधी प्रस्ताव पारित न होने से समस्त सरना धर्मावलंबी आदिवासी समाज में घोर निराशा, क्षोम है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति कहा गया.
2. सरना धर्म कोड पर राज्य सरकार का कदम अपने ही लोगों के प्रति दगा जैसा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान कि अगले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले या सत्र में पारित कर धर्मकोड संबंधी अनुशंसा केंद्र सरकार को भेजने की बात कही गयी है. इससे समस्त आदिवासी समाज संतुष्ट नहीं है और भ्रम और संदेह की भावना से लोग ग्रसित हैं .
3. झारखंड विधानसभा में पारित न होना समस्त आदिवासी समाज के जन भावना, जन आकांक्षा और उनके उम्मीदों पर सीधा आघात है.
4. राज्य सरकार से अनुरोध किया गया कि तुरंत विशेष झारखंड विधानसभा का सत्र बुलाकर सरना धर्म कोड संबंधित प्रस्ताव पारित कर के केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजें, चूंकि 2021 में जनगणना होना है समय कम है और जनगणना परिपत्र में सरना धर्म कोड में शामिल होने संबंधी निर्णय केंद्र सरकार ले सके.