रांची: मेयर आशा लकड़ा ने गुरुवार को कांग्रेस और जेएमएम पर निशाना साधा है. मेयर ने कांग्रेस और जेएमएम पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इनके इशारे पर आदिवासी समाज के कुछ ठेकेदार सरना धर्मावलंबियों को गुमराह कर उन्हें बरगलाने का काम कर रहे हैं.
रांची महापौर आशा लकड़ा ने आदिवासी और सरना धर्मावलंबियों को गुमराह करने का आरोप सत्ताधारी पार्टी जेएमएम और कांग्रेस पर लगाया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के कण-कण में प्रभु श्रीराम का वास है. लोहरदगा का अंजन धाम और सिमडेगा का रामरेखा धाम इसका प्रमाण है. आदिवासी समाज का अस्तित्व ही प्रभु श्रीराम की वानर सेना से जुड़ा है. अगर इस तथ्य को झुठलाने वाले लोग हमें आदिवासी समाज से बहिष्कृत करने की साजिश कर रहे हैं, तो सबसे पहले वो अपने अंदर झांकें. उन्होंने कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सरना स्थल की मिट्टी लेने से झारखंड की धरती पवित्र हो गई है.
रांची की महापौर आशा लकड़ा ये भी पढ़ें- हजारीबाग के कलाकार की राज्य भर में हो रही है चर्चा, सोनू सूद ने भी कहा- "गजब के पेंटर हो भाई "
उन्होंने आदिवासी समाज के लोगों से अपील की है कि भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह कर धर्म परिवर्तन कराने वाले धर्म गुरुओं के चक्कर में ना आएं. उन्होंने कहा है कि बंधन तिग्गा जो अपने आपको सरना धर्मगुरु कहते हैं, उनके परिवार में कई धर्मों को मानने वाले लोग हैं. ये लोग सरना धर्म के नाम पर गुमराह कर आदिवासी समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. इन लोगों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उन्हें इलाज की आवश्यकता है. आशा लकड़ा ने कहा है कि सरना स्थल का मिट्टी बहुत ही पवित्र होता है, अगर शुभ कार्य करने के लिए सरना स्थल की मिट्टी चाहिए, तो हम उन्हें सरना स्थल की पवित्र मिट्टी अवश्य उपलब्ध कराएंगे. ऐसा करने से समाज और धर्म का प्रचार और विस्तार होगा. यह हमारा सौभाग्य है कि अयोध्या में निर्माण होने जा रहे श्रीराम मंदिर के निर्माण में सरना स्थल की पवित्र मिट्टी को भी शामिल किया गया है.