रांची: मेयर आशा लकड़ा ने एक बार फिर रिम्स प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि ड्रग्स निदेशक से फोन पर बात करने के बाद यह जानकारी मिली कि रिम्स हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों की आवश्यकताओं को देखते हुए प्रतिदिन 120 से 150 के बीच रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन मरीजों को 10 दिन पूर्व चिकित्सकों द्वारा रेमडेसिवीर इंजेक्शन लिखे जाने के बाद भी इंजेक्शन नहीं लग रहा है.
रांची: मेयर ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जताई आशंका, रिम्स प्रबंधन पर लापरवाही का लगाया आरोप - रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी
रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने रिम्स प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि रिम्स में मरीजों को 10 दिन पहले चिकित्सकों द्वारा रेमडेसिवीर इंजेक्शन लिखे जाने के बाद भी इंजेक्शन नहीं लग रहा है.
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मेयर ने कहा कि रिम्स प्रबंधन की इस लापरवाही से कई प्रकार की आशंकाएं उत्पन्न हो रही हैं, कहीं रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी तो नहीं की जा रही है, किन-किन मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाया जा रहा है, इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए, साथ ही मरीजों के परिजनों से मिली जानकारी से यह स्पष्ट है कि रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को नियमित रूप से भोजन भी नहीं दिया जा रहा है. मेयर ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि इस मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.