रांची: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर जैक ने मार्च से पहले ही मैट्रिक-इंटर परीक्षा संपन्न कराने का निर्णय लिया है. इसके लिए जैक ने पहले ही 2024 के मैट्रिक-इंटर परीक्षा 06 फरवरी से 26 फरवरी तक संचालित करने की घोषणा कर रखी है. पिछली बार यानी 2023 में 14 मार्च से मैट्रिक-इंटर की परीक्षा शुरू हुई थी. इन सबके बीच मैट्रिक परीक्षा के आवेदन भरने की अंतिम दिन शनिवार यानी 2 दिसंबर को काफी गहमागहमी बनी रही.
देर शाम तक स्कूलों द्वारा फॉर्म भरे जाते रहे. जिला स्कूल रांची में इस साल 120 छात्र मैट्रिक के हैं जिन्होंने फॉर्म भरा है. परीक्षा नियंत्रक महेंद्र प्रसाद के अनुसार परीक्षा की तैयारी की जा रही है. मैट्रिक के फॉर्म के साथ-साथ इंटर के भी फॉर्म भरे जा रहे हैं. जैक की घोषणा के अनुसार मैट्रिक के आवेदन ऑनलाइन माध्यम से 16 नवंबर से 2 दिसंबर तक वगैर विलंब शुल्क के भरे जायेंगे. वहीं, इंटरमीडिएट के फार्म 28 नवंबर से 12 दिसंबर तक बिना विलंब शुल्क के भरे जायेंगे.
25 जनवरी से एडमिट कार्ड होगा जारी: 2024 की मैट्रिक-इंटर परीक्षा को लेकर प्रवेश पत्र विद्यार्थियों को 25 जनवरी से मिलना शुरू हो जायेगा. ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थी इसे डाउनलोड कर सकते हैं. जैक अध्यक्ष अनिल महतो के अनुसार परीक्षा को लेकर प्रारंभिक तैयारी पूरी की जा रही है. फॉर्म भरे जाने की तारीख के बाद अंतिम आंकड़ा का पता चलेगा कि परीक्षार्थियों की संख्या क्या है. पिछली बार 2023 के बोर्ड परीक्षा में 7.68 लाख परीक्षार्थियों ने निबंधन कराया था, जिसमें मैट्रिक के लिए 4.34 लाख और इंटर के लिए 3.34 लाख विद्यार्थी थे.
परीक्षा केन्द्र को अंतिम रुप देने में जुटा जैक: इधर, परीक्षा के सफल संचालन को लेकर जैक के द्वारा सभी जिलों से आए परीक्षा केंद्रों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है. रांची के जिला स्कूल सहित एक दर्जन से अधिक स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी की गई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रांची द्वारा मैट्रिक के लिए 102 स्कूल-कॉलेज और इंटर परीक्षा के लिए 57 स्कूल कॉलेज को चिंहित कर उन संस्थानों से रिपोर्ट तलब की गई है, जिसमें कमरों की संख्या, शौचालय, पेयजल, सीसीटीवी, चाहरदीवारी, बिजली जैसी सुविधा के बारे में जानकारी देनी है. इसी तरह राज्य के अन्य जिलों में परीक्षा केंद्रों को चिन्हित किया जा रहा है. बीते साल दसवीं की परीक्षा के लिए 1225 और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए 724 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.