रांचीः झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly Foundation Day) के 22वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहीदों और शूरवीरों को सम्मानित किया गया. इस दौरान कई लोगों की आंखें नम हो गई. शहीदों के परिजनों ने मंच पर मुख्यमंत्री से अपने दर्द साझा किए. एक वक्त ऐसा आया जब एक शहीद की पत्नी के रोने की वजह से माहौल गमगीन हो गया. स्पीकर रवींद्रनाथ महतो भी खुद को नहीं रोक पाए और उनकी आंखें छलक आईं.
झारखंड विधानसभा स्थापना दिवसः शहीदों और शूरवीरों को किया गया सम्मानित, आंखें हुई नम - Ranchi news
झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस (Jharkhand Assembly Foundation Day) के अवसर पर शहीदों को सम्मानित किया गया. समारोह के दौरान एक वक्त ऐसा आया जब एक शहीद की पत्नी के रोने की वजह से माहौल गमगीन हो गया. स्पीकर रवींद्रनाथ महतो भी खुद को नहीं रोक पाए और उनकी आंखें छलक आईं.
विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर शौर्य चक्र विजेता शहीद मेजर समराठ मैती की पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रभा विस्त को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. मेजर मैती मेघालय के गारो हिल्स में उग्रवादियों की सूचना पर सर्च ऑपरेशन के लिए निकले थे. लेकिन तुरा में उग्रवादियों के अचानक हमले में वीरगति को प्राप्त हुए थे.
शहीद लेफ्टिनेट कर्नल संकल्प कुमार की शहादत पर उनकी पत्नी प्रिया को प्रशस्ति पत्र दिया गया. सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल और मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद कुलदीप उरांव की पत्नी वंदना को प्रशस्ति पत्र दिया गया. 4 जनवरी 2022 को चाईबासा में मनोहरपुर के पूर्व विधायक गुरूचरण नायक पर नक्सलियों के हमले के दौरान उनके प्राणों की रक्षा करते हुए शहीद आरक्षी शंकर नायक की पत्नी को सम्मान दिया गया. इसके अलावा शहीद जवान संदीप सिंह, शहीद नायक संदीप कुमार पाल, शहीद आरक्षी चितरंजन कुमार के परिजनों को सम्मानित किया गया.
मेजर कर्नल राजेश सिंह को कश्मीर में ऑपरेशन निर्भय के दौरान दो खूंखार आतंकियों को मार गिराने और बाद में कुपवाड़ा में चार आतंकियों को ढेर करने पर सेना मेडल मिला था. बाद में उन्हे शौर्य चक्र मिला. उन्होंने पूर्व क्रिकेटर कपिलदेव को मूलभूत प्रशिक्षण देने का काम किया था. उन्हें वीरता के लिए सदन की ओर से सम्मानित किया गया. इसके अलावा शौर्य चक्र से सम्मानित मेजर कुमार अंकुर, विंग कमांडर जीपी कैप्टन फिलेक्स पैट्रिक पिन्टो, जे डब्ल्यू ओ एम जावेद, शैर्य चक्र विजेता सिपाही करमदेव उरांव के परिजनों के सम्मानित किया गया. सिपाही करमदेव ने नियंत्रण रेखा पर दो आतंकियों को मार गिराया था. शहीदों के परिजनों के सम्मानित करने से पहले वीर योद्धाओं पर एक वृतचित्र प्रस्तुत किया गया.