रांची:भारत बंद के दौरान नक्सलियों के द्वारा उत्पात मचाया गया है. छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में भी नक्सलियों ने सुरक्षा व्यवस्था को खुली चुनौती देते हुए रेल पटरी को क्षतिग्रस्त कर दिया है. रेलवे को नुकसान पहुंचाने की घटना के बाद झारखंड में एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार को धीमा कर रेलवे रूट की निगरानी बढ़ा दी गई है.
बढ़ाई गयी गश्त:नक्सलियों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद का झारखंड में भी व्यापक का असर दिख रहा है. बंद को देखते हुए झारखंड पुलिस और रेलवे पुलिस दोनों ही अलर्ट मोड में थी. इसके बावजूद झारखंड के चाईबासा जिले में नक्सलियों ने रेल पटरी को विस्फोट कर उड़ा दिया. गुरुवार देर रात नक्सलियों ने गोइलकेरा से गुजरने वाले हटिया हावड़ा रूट पर पटरी उड़ा कर रेल परिचालन अवरूद्ध कर दिया है. जिस इलाके में नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को क्षतिग्रस्त किया है, फिलहाल इस इलाके में बड़े नक्सलियों के जमावड़े की सूचना भी है. नक्सलियों के हमले के बाद झारखंड के वैसे इलाके जो घोर नक्सल प्रभावित हैं और जिन इलाकों से रेल रूट गुजरता है उन सभी रूटों पर पुलिस कि गश्त बढ़ा दी गई है.
स्टेशन पर चेकिंग शुरू:नक्सल प्रभावित जिलों में स्थापित रेलवे स्टेशन के बाहर और भीतर दोनों तरफ निगरानी बढ़ा दी गई है. हर ट्रेन की गहनता से जांच करवाई जा रही है. इसके लिए स्वान दस्ते की भी मदद ली जा रही है. स्टेशन में प्रवेश कर देने वाले यात्रियों को भी चेक किया जा रहा है. विस्फोट की वजह से हटिया से हावड़ा जाने वाली दो ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है.
पुलिस अभियान के खिलाफ बुलाया गया बंद:बंद को लेकर भाकपा माओवादियों के द्वारा जारी किए गए पत्र में यह लिखा गया है कि नक्सल मुक्त झारखंड के नाम पर केंद्रीय बलों के साथ मिलकर झारखंड पुलिस आदिवासी बहुल इलाकों में अत्याचार कर रही है. अगस्त 2022 से लेकर अब तक लगातार लाल दस्ते पर बर्बर हमले किए जा रहे हैं. इन हमलों में हमारे साथियों को पकड़-पकड़ कर मारा जा रहा है. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी क्रांतिकारी आंदोलन क्रांतिकारी जनता के उन्मूलन के लिए कार्य करती है. ऐसे में जरूरत है कि पुलिस के नाजायज हमले के खिलाफ आवाज बुलंद की जाए.