पटना:बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल में फेरबदल (Nitish Cabinet Reshuffle) की संभावना जताई जा रही है. माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार (Nitish Cabinet Expansion) हो जाएगा. इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि बीजेपी कोटे से कई मंत्रियों को छुट्टी हो सकती है और उनकी जगह नए चेहरों को मौका मिल सकता है. 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में से 4 में मिली शानदार जीत के बाद पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है.
ये भी पढ़ें:राज्यसभा जाने के सवाल पर CM नीतीश ने तोड़ी चुप्पी, अपने अंदाज में दिया ये जवाब
बीजेपी कोटे से कई मंत्रियों को छुट्टी: नीतीश सरकार के गठन हुए डेढ़ साल हो चुके हैं. ऐसे में बीजेपी को लगता है कि लोकसभा चुनाव में जनता के बीच जाकर हिसाब भी देना है. लिहाजा कैबिनेट में केवल परफॉर्म करने वाले मंत्रियों को ही जगह दी जाएगी. जो चर्चा है, उसके मुताबिक दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी के साथ-साथ जीवेश मिश्रा, आलोक रंजन झा, अमरेंद्र प्रताप सिंह, सुभाष सिंह, रामप्रीत पासवान, नारायण प्रसाद और रामसूरत राय की कुर्सी खतरे में बताई जा रही है. कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को अधिक उम्र होने के चलते कुर्सी गंवानी पड़ सकती है तो स्वास्थ्य कारणों से सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह मंत्रिमंडल छोड़ सकते हैं. वे गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं और लगातार उनका इलाज चल रहा है.
समीकरण और परफॉर्मेंस पर जोर:मंत्रिमंडल फेरबदल में बीजेपी सामाजिक और जातिगत समीकरण के साथ-साथ परफॉर्मेंस का भी पूरा ख्याल रखेगी. बीजेपी कोटे से जिन नए चेहरों को नीतीश मंत्रिमडल में जगह मिल सकती है, उनमें ब्राह्मण चेहरे के तौर पर नीतीश मिश्रा, भूमिहार जाति से विधान पार्षद देवेश कुमार या सिवान जिले से विधायक देवेश कांत या फिर स्पीकर विजय सिन्हा हो सकते हैं. वहीं, राजपूत जाति से राजू सिंह, सुवर्णा सिंह या राणा रणधीर सिंह की चर्चा है. यादव चेहरे के तौर पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय या एमएलसी नवल किशोर यादव हो सकते हैं. दलित चेहरे के तौर पर कृष्ण कुमार ऋषि, ललन पासवान और बोचहां विधानसभा उपचुनाव जीतने पर बेबी देवी के नाम की भी चर्चा है. कुर्मी जाति से प्रेम रंजन पटेल, राजीव रंजन और विधायक मंटू सिंह हैं. वैश्य समुदाय से संजय सरावगी और मोतीलाल प्रसाद जबकि अति पिछड़ा वर्ग से अर्जुन सहनी और प्रमोद चंद्रवंशी को मौका मिल सकता है.