रांची: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है. अब यह अवधि 3 मई तक के लिए की गई है. जिसका लोगों से कड़ाई से पालन करने की अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई है. लेकिन कुछ लापरवाह और नासमझ लोगों के कारण यह अपील असफल होता दिख रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक
रांची में नासमझ लोगों की वजह से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक उड़ाया जा रहा है. वो एक बड़ी विपत्ति को दावत दे रहे हैं. रांची के हिल एरिया कहे जाने वाले बरियातू क्षेत्र के खेरवा कोंचा, बड़गांई और बजरंग नगर में लॉकडाउन के बावजूद लोग सुबह से ही घर से बाहर निकल जाते हैं और खुले में शौच करते हैं, जबकि क्षेत्र को रांची नगर निगम की ओर से खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है. यानी कि यह क्षेत्र ओडीएफ घोषित है.
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नहीं है कोरोना का खौफ
एक सूचना पट्ट के जरिए तमाम जानकारी देते हुए रांची नगर निगम ने 500 रुपये तक का दंड खुले में शौच करने वाले लोगों के लिए निर्धारित किया है, लेकिन इस क्षेत्र के लोगों को न तो दंड का भय है और न ही लॉकडाउन और कोरोना का खौफ है. ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि इस क्षेत्र के लोग कितने जागरूक हैं. इस मामले में रांची नगर निगम भी कम जिम्मेदार नहीं है. नगर निगम की लापरवाही की वजह से यहां के लोग मजबूरन खुले में शौच करने को विवस है.
शौचालय की हालत खराब
इस क्षेत्र में अधिकतर मकानों में शौचालय है ही नहीं और निगम की ओर से बनाए गए सामूहिक शौचालय में पानी की कोई व्यवस्था भी नहीं है. नल और टंकी की व्यवस्था कर दी गई है लेकिन उसमें पानी नहीं पहुंच रहा है. इस वजह से शौचालय भी काफी खराब हालत में है और लोग मजबूरन खुले में शौच करने निकल जाते हैं. लॉकडाउन के मद्देनजर इस क्षेत्र के लोग अपने मोहल्ले को बांस के जरिए बेरिकेटिंग किए है, ताकि लोग इस क्षेत्र में प्रवेश न कर सके, लेकिन जैसे ही सुबह होती है लोग लोटा लिए खुले में शौच करने को निकल जाते हैं.