रांची: केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों को निजी हाथों में बेचने को लेकर झारखंड में भी वामदलों ने अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराया है. इसी को लेकर वाम दल की सभी पार्टियां और संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वाम दल के नेता प्रकाश विप्लब ने कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार से केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को बेचने का काम कर रही है, जैसे रेलवे, कोयला खादान, इस्पात एयरपोर्ट, नेशनल हाईवे इन सब के खिलाफ देश में किसान मजदूर सड़कों पर उतरे हैं. अपने संगठन के देशव्यापी आह्वान पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
रांचीः उद्यमों को निजी हाथों में बेचने को लेकर वाम दलों का विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपेंगे ज्ञापन - सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों का निजीकरण
केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों को निजी हाथों में बेचने को लेकर रांची में वाम दलों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान भाकपा माले के नेता ने कहा कि देश के आर्थिक संसाधनों को केंद्र सरकार निजी कंपनियों के हाथों में बेचकर देश को फिर से गुलामी के दौर में भेजने की साजिश रच रही है.
राष्ट्रपति को सौंपेंगे एक ज्ञापन
वाम दल के नेता प्रकाश विप्लब ने बताया कि केंद्र सरकार के इस रवैये को लेकर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपेंगे, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों को बेचने का विरोध किया जा रहा है. वहीं, भाकपा माले के नेता भुवनेश्वर केवट ने कहा कि देश के आर्थिक संसाधनों को केंद्र सरकार निजी कंपनियों के हाथों में बेचकर देश को फिर से गुलामी के दौर में भेजने की साजिश रच रही है, जिसका विरोध वाम दल लगातार कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
इसे भी पढ़ें-Corona Effect: शिक्षक फहराएंगे स्कूलों में झंडा, बच्चों को नहीं मिलेगी इजाजत
उद्यमों को बेचने के निर्णय का पुरजोर विरोध
झारखंड के सभी जिला मुख्यालय और अनुमंडल मुख्यालय में बैंक, इंश्योरेंस और असंगठित क्षेत्रों के कामगार सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन और जुलूस निकाल रहे हैं, ताकि केंद्र सरकार के द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों को बेचने के निर्णय का पुरजोर विरोध किया जा सकें. इस विरोध प्रदर्शन में सीपीआई(एम), सीपीआई(एमएल), इंटक, ऐटक, सीटू एक्टू, एचएमएस, टीयूसीसी एआईयूटीयूसी मजदूर संगठनों ने भी हिस्सा लिया है.