रांची:भीमा कोरेगांव हिंसा (Bhima Koregaon Violence) मामले के आरोपी और वरिष्ठ सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी (Stan Swamy) की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है. उनके मौत को कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने साजिश बताया है. वामदल समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए स्टेन स्वामी की पुलिस कस्टडी में मौत को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.
इसे भी पढे़ं: फादर स्टेन स्वामी का मुंबई में निधन, जानिए झारखंड से क्या था नाता
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के प्रवक्ता अजय सिंह ने बताया, कि जिस तरह से एनआईए के द्वारा 84 वर्ष की अवस्था में स्टेन स्वामी को गिरफ्तार किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था, इससे साफ प्रतीत होता है, कि स्टेन स्वामी को साजिश के तहत मारा गया है, पुलिस कस्टडी में हुई मौत की जांच कराई जाए और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
केंद्र सरकार पर आरोप
वहीं सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता प्रकाश विप्लव ने कहा, कि स्टेन स्वामी की मौत सरकार की मनसा पर कई सवाल खड़ा कर रहा है, जिस तरह से मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी को साजिश के तहत फंसाकर जेल में मारा गया है, इससे साफ पता चलता है, कि वर्तमान कि केंद्र सरकार सही बोलने वाले को प्रताड़ित कर जान से मार रही है.
वहीं भाकपा माले के नेता पुष्कर मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार ने सोची समझी साजिश के तहत स्टेन स्वामी की हत्या की है. जबकि भाकपा माले के नेता पुष्कर मेहता ने कहा, कि फादर स्टेन स्वामी हमेशा ही झारखंड की आदिवासी दलित और पिछड़ों की आवाज उठाते थे, इसीलिए केंद्र सरकार ने फादर स्टेन के आवाज को दबाने के लिए उन्हें सोची समझी साजिश के तहत जेल में फंसाकर हत्या कर दी.