रांची: 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपना योगदान देने वाले झारखंड के सैनिक पोदना बालमुचू अपनी कुछ मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से राजभवन के सामने धरना पर बैठे हुए हैं. ईटीवी भारत पर उनके दुख तकलीफ और मांग को दिखाए जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी उनसे मिलने पहुंचे. उन्होंने कहा कि मार्च माह में ही पोदना बालमुचू जी मुख्यमंत्री से मिले थे. लेकिन दुर्भाग्य है कि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले सैनिक की मांग 8 माह बाद भी पूरी नहीं हुई. उन्हें लाचार होकर राज भवन के सामने धरना देना पड़ रहा है.
अमर बावरी ने कहा कि शौर्य दिवस के दिन एक सैनिक की तकलीफ सुनने की सरकार को फुर्सत नहीं है. उन्होंने कहा कि पोदना बालमुचू जी करीब 150 किलोमीटर की पदयात्रा कर राजभवन के सामने धरना पर बैठे हैं. इस कड़कड़ाती ठंढ में उनकी 70 वर्षीय पत्नी की तबीयत तक खराब हो गयी है. इस मौके पर भाजपा विधायक अमित मंडल और भानु प्रताप शाही भी मौजूद थे.
भाजपा नेताओं ने पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक, झारखंड के दिव्यांगजन, भूतपूर्व सैनिक, जेटेट सफल सहायक अध्यापक और अन्य वर्गों के बीच जाकर उनकी मांगों को विस्तार से समझा और हर संभव मदद का भरोसा दिया. अमर कुमार बाउरी ने कहा कि शीतकालीन सत्र में राजभवन के सामने धरना पर बैठे लोगों की आवाज सदन में उठाया जाएगा और सरकार को सकारात्मक जवाब देने के लिए विवश किया जाएगा.