रांचीःलॉन बाल्स में मंगलवार को भारत की महिला टीम ने इतिहास रच दिया. पहली बार सीडब्ल्यूजी लॉन बाल्स फाइनल में पहुंची भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हरा कर देश को सुनहरी सफलता दिला दी. इस जीत में झारखंड की दो खिलाड़ियों ने जबर्दस्त खेल का प्रदर्शन किया. उनके इसी प्रदर्शन के बाद से 92 साल से सीडब्ल्यूजी (कॉमनवेल्थ गेम्स) का हिस्सा इस खेल में सफलता मिली. भारतीय महिला टीम की इस सफलता से रांची समेत पूरे देश के खेल प्रशंसक गदगद हैं.
पहली बार लॉन बाल्स में गोल्ड दिलाने में झारखंड की खिलाड़ी चमकीं, 92 साल बाद खुला खाता - players from Jharkhand in team
CWG 2022 के लॉन बाल्स खेल स्पर्धा में मंगलवार को भारत ने इतिहास रच दिया. इस स्पर्धा में पहली बार भारत की किसी टीम ने पदकों का खाता खोला तो वो भी गोल्ड के साथ. यह इतिहास रचने में झारखंड की दो खिलाड़ियों का विशेष योगदान रहा. जिससे खेल प्रशंसक गदगद हैं.
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झारखंड पुलिस में कार्यरत लवली चौबे और जिला खेल पदाधिकारी रामगढ़ रूपा रानी तिर्की ने इस प्रतियोगिता में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया. अपने फाइनल मैच में इन खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई. इसके साथ ही पहली दफा इस खेल में कोई पदक देश को मिला. हालांकि अफ्रीकन टीम के सामने भारतीय टीम के पुराने रिकॉर्ड के आधार पर इसे तय माना जा रहा था.
92 साल बाद रचा इतिहासःबता दें कि यह खेल साल 1930 से ही कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा है. लेकिन भारत को इस खेल में कभी कोई पदक नहीं मिला. यानी कॉमनवेल्थ में इस खेल के शामिल होने के 92 साल बाद महिला टीम इस खेल में कोई पदक जीतने में सफल रही.