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रांचीः टीआईपी में पीड़िता ने 12 आरोपियों की पहचान की, बंद कमरे में दर्ज हुआ बयान

राजधानी रांची में 26 नवंबर को लॉ की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म से राज्य के साथ ही देशभर के लोगों में आक्रोश का महौल है. जिसके चलते लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र सड़क पर उतरे और छात्रा के लिए इंसाफ की मांग कर कैंडल मार्च निकाला. वहीं, सभी 12 आरोपियों के डीएनए प्रोफाइलिंग के ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिसे एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा.

Law University students took out candle march in Ranchi
लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च

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Published : Dec 1, 2019, 11:01 AM IST

Updated : Dec 1, 2019, 11:18 AM IST

रांचीः राजधानी में हुए लॉ की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले के जेल में बंद सभी 12 आरोपितों के डीएनए प्रोफाइलिंग के ब्लड सैंपल शनिवार को लिए गए. एफएसएल की टीम ने जेल से सभी का सैंपल इकट्ठा किया. इसे एफएसएल जांच के लिए राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा. पुलिस ने पीड़ित छात्रा के कपड़े, आरोपितों के कपड़े, वेजाइनल स्वाब, ब्लड सैंपल की विधिवत जब्ती की है. इसे सोमवार को एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा.
चार्जशीट के लिए हो रही तैयारी


एफएसएल जांच के जरिए यह एग्जामिन किया जाएगा कि छात्रा के साथ कितने बदमाशों ने दुष्कर्म किया. जिन लोगों का डीएनए मैच करेगा, इसी जांच के बाद आधार पर पुलिस चार्जशीट सौंपेगी. डीजीपी के निर्देश के अनुसार पुलिस अनुसंधान की पूरी प्रक्रिया तेजी से कर रही है. एफएसएल की रिपोर्ट मिलते ही पुलिस कोर्ट को चार्जशीट सौंपेगी. ताकि स्पीडी ट्रायल के तहत सभी दोषियों को सजा दिलाई जा सके. पुलिस को 60 दिनों के अंदर कोर्ट को चार्जशीट सौंपना है.

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पीड़िता ने टीआई परेड में की आरोपितों की पहचान
पुलिस ने कोर्ट से अनुमति और सारी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद दुष्कर्म के आरोपितों की टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड (टीआइपी) कराई गई. इस परेड के दौरान पीड़िता ने आरोपितों की पहचान की. टीआइपी के दौरान कोर्ट से नियुक्त मजिस्ट्रेट, जेल के गवाह भी मौजूद रहे. पुलिस इस रिपोर्ट को भी अनुसंधान में शामिल करेगी.


छात्रा ने कोर्ट में दर्ज कराया 164 का बयान
वहीं, शनिवार को पीड़ित छात्रा ने अपना 164 के तहत बयान दर्ज कराया. सुबह 11 बजे पुलिस पीड़िता को लेकर अदालत पहुंची. एजेसीएम वैशाली श्रीवास्तव ने बंद कमरे में पीड़िता का बयान दर्ज किया. एजेसीएम ने करीब दो घंटे तक छात्रा से बातचीत की, इस दौरान पूरी गोपनियता बरती गई. किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. यहां तक कि कोर्ट के स्टाफ भी बाहर ही रहे. अदालत में पूरी घटनाक्रम को ध्यान से कलमबंद किया गया. मालूम हो कि शुक्रवार को सभी 12 आरोपितों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया था.


बंद लिफाफे में बयान को भेजा जाएगा संबंधित अदालत
वैशाली श्रीवास्तव की अदालत से छात्रा के बयान को बंद लिफाफे में संबंधित अदालत भेजा जाएगा. संबंधित जज पूरी गोपनीयता के साथ बयान को पढ़ेंगे. संबंधित बयान की कॉपी कोर्ट की ओर से रांची एसएसपी को भेजा जाएगा. इसके माध्यम से केस के अनुसंधान कर रहे डीएसपी नीरज कुमार को बयान की कॉपी दी जाएगी.

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न्याया के लिए निकला गया कैंडल मार्च
लॉ की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद छात्रों और समाज के लोगों में उबाल बढऩे लगा है. दुष्कर्म के आरोपितों को कठोर सजा दिलाने की मांग उठ रही है. इसी कड़ी में शनिवार को लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र सड़क पर उतरे. छात्रों ने काला बिल्ला लगाकर कैंडल मार्च निकाला. मार्च कांके रोड के कृषि भवन के समीप से निकलकर राजभवन गेट तक पहुंची. राजभवन के मुख्य द्वार पर छात्रों ने कैंडल जलाकर मौन प्रदर्शन किया. 'स्टॉप रेप' लिखा बैनर लहराया और दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने और दुष्कर्म के आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की. मार्च के दौरान छात्रों ने न किसी से बातचीत की, न ही किसी को बयान दिया. पूरे रास्ते शांतिपूर्ण ढंग से दुष्कर्म की घटना का विरोध करते हुए राजभवन पहुंचे. इसमें बड़ी संख्या में छात्र, छात्राएं शामिल हुए. इस दौरान स्थानीय थानों की पुलिस भी मौके पर मौजूद रही.

Last Updated : Dec 1, 2019, 11:18 AM IST

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