रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं. वो करोना के बढ़ते संकट को देखते हुए एहतियात के तौर पर खुद को पूरी तरह से क्वॉरेंटाइन करके रखे हुए हैं, ताकि कोविड-19 के संक्रमण से वो पूरी तरह सुरक्षित रहें. पिछले एक महीने से वो लॉकडाउन के कारण न तो किसी से मुलाकात कर पा रहे हैं और न ही वह अपने कमरे से बाहर निकल रहे हैं.
कमरे में ही रहने की नसीहत
लालू यादव का रिम्स में इलाज कर रहे उनके ट्रीटिंग फिजिशियन डॉक्टर उमेश प्रसाद बताते हैं कि जिस प्रकार कोविड-19 दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है और सभी संक्रमित मरीजों का इलाज भी रिम्स के कोविड-19 सेंटर में ही हो रहा है. ऐसे में उन्होंने एहतियात के तौर पर लालू यादव को ज्यादा से ज्यादा अपने कमरे में ही रहने की नसीहत दी है, जिसका वह पूर्णरूपेण पालन भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लालू यादव पहले से ही कई बीमारियों से ग्रसित हैं. ऐसे में वो उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग हैं. इसीलिए पिछले कुछ दिनों से उनसे मुलाकात करने वालों में सिर्फ उनके डॉक्टर और सेवादार हैं.
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लालू यादव के भोजन में आई कमी
लालू यादव के डॉक्टर बताते हैं कि पहले लालू यादव घूमने फिरने के लिए अपने वार्ड के बाहर निकलते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए वह पूरी तरह से अपने कमरे में बंद हैं. ऐसे में उनके भोजन की डाइट भी काफी कम हो गयी है. हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि कम चलने-फिरने के कारण भी भोजन में कमी आ सकती है.
कई बीमारियों से ग्रसित हैं लालू यादव
चिकित्सक बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद से लालू यादव कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आए दिन अपना चिंता व्यक्त करते रहते हैं. अपने डॉक्टरों से साझा करते हुए देश में बढ़ रहे संक्रमण पर अपना विचार भी रखते हैं. गौरतलब है कि लालू यादव कई बीमारियों से ग्रसित हैं और पेइंग वार्ड से थोड़ी ही दूरी पर कोरोना सेंटर बनाया गया है. ऐसे में लालू यादव का इलाज कर रहे उनके डॉक्टर लगातार उन पर अपनी पैनी नजर बनाकर रखते हैं, ताकि किसी भी तरह की समस्या आती है तो उससे तुरंत ही निपटा जा सके.