रांचीः कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के चुनाव के बाद अब झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का चुनाव होना बाकी है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व की कमी देखी जा रही है. कांग्रेस नेता इसे कमी नहीं मान रहे. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अध्यक्ष के बदलाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. चुनाव संगठन की बदौलत लड़ी जाती है, अध्यक्ष की बदौलत नहीं. कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पिछले दिनों लगातार घमासान मचा, जिसके बाद प्रदेश ध्यक्ष पद से डॉ अजय कुमार ने इस्तीफा दे दिया. जिससे प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व की कमी संगठन पर हावी होती नजर आ रही है. हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव का असर विधानसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा.
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव विनय सिन्हा दीपू ने कहा कि जिस तरह से सीडब्ल्यूसी ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष का चुनाव कर लिया है. ऐसे में जल्द ही प्रदेश कांग्रेस की बागडोर किसके हाथों में जाती है, यह भी साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कार्यकर्ता लगे हुए हैं. मजबूत संगठन ही चुनाव में जीत और हार का फैसला करता है. ऐसे में अध्यक्ष के बदलने का चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा.
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वहीं, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि आलाकमान झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जल्द ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पर अपना फैसला लेगी. उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में ऐसे व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जो संगठन को मजबूत बनाते हुए चुनावी मैदान में उतरे. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लगातार चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं. ऐसे में चाहे जो भी अध्यक्ष बने उनके नेतृत्व में बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास संगठन करेगी.