रांचीः झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) की गति को तेज करने के लिए सरकार हर सप्ताह के अंतिम 3 दिन यानि शुक्रवार, शनिवार और रविवार को मेगा टीकाकरण अभियान (mega vaccination campaign) की शुरुआत करने जा रहा है. सरकार इस मेगा टीकाकरण कैंप में हर दिन डेढ़ लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन सवाल यह है कि टीका को लेकर जिस तरह का अफवाह और डर ग्रामीणों के मन में है उसे दूर किए बिना यह संभव है कि राज्य में टीकाकरण को बढ़ाया जा सके.
अफवाह, भ्रम और वैक्सीनेशन... जानिए पूरी कहानी... - mega vaccination campaign
रांची के सरना टोली में कोरोना वैक्सीन (corona vaccination) को लेकर लोगों में अभी भी जागरुकता की कमी है. इसके कारण लोग वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि सेनेटाइजर में अल्कोहल है, हम लगातार अल्कोहल ले रहे हैं तो हमें कोरोना नहीं हो सकता है.
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सरना टोली के 95 प्रतिशत लोगों ने नहीं ली वैक्सीन
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर गांव के लोगों में व्याप्त अंधविश्वास, अफवाह और डर को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम रांची के सरना टोली पहुंची. वहां यह देख कर हैरान रह गए कि एक हजार की आबादी वाले इस गांव में 95 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है. वैक्सीन नहीं लेने के लिए लोगों की तरह-तरह की अपनी दलील है, बहाने हैं. किसी का कहना है कि यहां के युवा शराब पीते हैं, इसलिए उससे कोरोना का खतरा नहीं है. क्योंकि सेनेटाइजर में भी तो अल्कोहल होता है. वहीं किसी युवक ने बताया कि गांव में वैक्सीन लेने के बाद एक युवक की मौत हो गई थी. इसलिए लोगों में डर का माहौल है. जिससे वो वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं.