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अधिवक्ता राजीव कुमार गिरफ्तारी मामला: कोलकाता पुलिस ईडी के डिप्टी डायरेक्टर से नहीं कर पाई पूछताछ

अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajiv Kumar) के मामले में कोलकाता पुलिस ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार (ED Deputy Director Subodh Kumar) से पूछताछ नहीं कर पाई. कोलकाता पुलिस की टीम को ओड़िशा से बैरंग लौटना पड़ा.

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Published : Aug 9, 2022, 6:16 PM IST

Kolkata Police could not interrogate ED deputy director Subodh Kumar in Advocate Rajiv Kumar case
Kolkata Police could not interrogate ED deputy director Subodh Kumar in Advocate Rajiv Kumar case

रांची: अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajiv Kumar) की गिरफ्तारी मामले में छापेमारी के बाद कोलकाता पुलिस ने ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार (ED Deputy Director Subodh Kumar) को नोटिस भेजा था, मंगलवार को पुलिस की टीम उनसे पूछताछ के लिए ओड़िशा पहुंची थी लेकिन वो अपने कार्यालय में नहीं थे. लिहाजा पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम को वापस लौटना पड़ा. पुलिस उनसे पूछताछ करना चाहती है, क्योंकि राजीव कुमार औस सुबोध कुमार के बीच व्हाट्सएप चैट मिले हैं. सुबोध कुमार ने कोलकाता पुलिस को मेल के द्वारा सूचित किया है वह निजी कारणों से छुट्टी पर हैं इसलिए वह जांच के लिए आई टीम से मुलाकात नहीं कर पाएंगे.

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अधिवक्ता राजीव कुमार (Advocate Rajiv Kumar) की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में कोलकाता पुलिस ने ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. हाल तक ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थापित रहे सुबोध कुमार इन दिनों ओडिशा में पोस्टेड हैं. अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने बीते 31 जुलाई को कोलकाता के कारोबारी को कथित तौर पर ब्लैकमेल कर उससे 50 लाख रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले की जांच के दौरान कोलकाता पुलिस को अधिवक्ता राजीव कुमार और ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार (ED Deputy Director Subodh Kumar) के बीच व्हाट्सएप चैट मिले हैं. पुलिस इसी संदर्भ में उनसे पूछताछ करना चाहती है.

अधिवक्ता राजीव कुमार झारखंड में पीआईएल मैन के रूप में चर्चित रहे हैं. आरोप है कि कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल के खिलाफ की गयी एक पीआईएल वापस लेने के नाम पर उन्होंने दस करोड़ रुपये मांगे और फिर एक करोड़ में डील फाइनल की. इसी की पहली किस्त के तौर पर उन्होंने अमित अग्रवाल से 50 लाख रुपये लिए थे. इसके कुछ ही देर बाद कोलकाता पुलिस ने उन्हें रुपयों के साथ गिरफ्तार कर लिया था. सनद रहे कि राजीव कुमार ही वह अधिवक्ता हैं, जिन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके करीबियों के खिलाफ जांच की मांग को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा की ओर से दो पीआईएल फाइल कर रखी है.

राजीव कुमार को गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता पुलिस ने बीते दिनों उनके रांची स्थित आवास और दफ्तर पर छापा मारकर कई संपत्तियों के दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किया था. पश्चिम बंगाल पुलिस ने राजीव कुमार का व्हाट्सएप चैट हासिल किया है. पीआईएल के नाम पर कई लोगों के साथ उनकी बातचीत हुई है. इनमें ईडी के अफसर सुबोध कुमार भी हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या उनके व्हाट्सएप वातार्लाप में कुछ आपत्तिजनक था, जिसके कारण बंगाल पुलिस ने ईडी के उप निदेशक को तलब किया. नोटिस में कोलकाता पुलिस ने कहा कि सुबोध कुमार मामले के तथ्यों से परिचित हैं और उनका बयान दर्ज करने की जरूरत है.

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