रांची:राजभवन में कर्म पूजा की पूर्व संध्या एक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहीं. समारोह में जनजाति और क्षेत्र भाषा विभाग के छात्रों ने स्थानीय भाषा में नागपुरी नृत्य, कुंडुख नृत्य, पंचपड़गानिया नृत्य, खोरठा नृत्य, खड़िया, कुरमाली, संथाली, मुंडारी और हो नृत्य का लोकभावन प्रदर्शन किया.
वहीं, मौके पर मौजूद राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने लोगों को कर्मा पूजा की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं दी, साथ ही उन्होंने इस अवसर पर राज्यवासियों को संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण बचाना समाज की प्राथमिकता है. विश्व में हो रहे ग्लोबल वार्मिंग से बचा जा सकता है. मौके पर मौजूद रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हरि उरांव ने बताया कि आदिवासी समाज सदियों से पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को प्रेरित करते रहे हैं. इसलिए आदिवासी संस्थाओं के द्वारा पर्यावरण को बचाने और उसके संरक्षण के लिए कर्मा पूजा के माध्यम से मजबूत संदेश दिया जाता है. वहीं, उन्होंने बताया कि इस पर्व में अध्यात्म के अनुसार आदिवासी बहनें अपने भाइयों की सुख, समृद्धि और शांति के लिए करमदेव भगवान की आराधना करते हैं.