रांची: जेवीएम ने विधायक बंधु तिर्की के बाद पार्टी विधायक प्रदीप यादव को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है. गुरुवार को जेवीएम कार्यालय में प्रेस वार्ता कर पार्टी के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने इसकी जानकारी दी.
जेवीएम के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह गुरुवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी मजबूती से लड़ी और तीन विधायक चुनकर आए, लेकिन विधायक प्रदीप यादव अब पार्टी का दुष्प्रचार कर रहे हैं. जिसको लेकर पार्टी ने प्रदीप यादव से 48 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगी थी, लेकिन उन्होंने तय समय सीमा के अंदर कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए प्रदीप यादव को पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है.
अभय सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदीप यादव पिछले दिनों कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात की थी. तब ही से वे पार्टी कार्यसमिति के फैसले के विरुद्ध बयान बाजी कर रहे थे. प्रेस वार्ता के दौरान अभय ने कहा कि कोई भी व्यक्ति पार्टी से बड़ा नहीं होता, लेकिन प्रदीप यादव पार्टी लाइन से ऊपर उठने की कोशिश कर रहे थे. जिसको लेकर पार्टी उन्हें कई बार समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी. ऐसे में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए प्रदीप यादव को जेवीएम के प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है.
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इधर, वहीं पार्टी के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने जेवीएम के बीजेपी में विलय के सवाल पर कहा कि आगामी 11 फरवरी को केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक होनी है. पार्टी के अगली कोई भी रणनीति को लेकर पार्टी नेता बैठक कर आगे की फैसला करेंगे. बहरहाल, जेवीएम के दो विधायकों पर लगातार पार्टी से निष्कासित होना, विलय की ओर जाने का संकेत दे रहा है.