रांची: कोरोना के प्रकोप को देखते हुए रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर मास्क, सैनिटाइजर सहित अन्य संसाधनों की समुचित व्यवस्था कराने के लिए प्रबंधन से मांग की है. साथ ही साथ कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से ओपीडी सेवाएं भी बंद करने की अपील की गई है.
RIMS में डॉक्टरों ने ओपीडी की सेवा बंद कराने की अपील की, मास्क-सैनिटाइजर का भी किया मांग
रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर मास्क, सैनिटाइजर सहित अन्य संसाधनों की समुचित व्यवस्था कराने के लिए प्रबंधन से मांग की है. वहीं रिम्स निदेशक ने लोगों से अपील की है कि अगर एकदम आपातकाल की स्थिति न हो तो अस्पताल परिसर में नहीं आएं.
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डॉक्टरों की अपील को सुनते हुए इनके निदेशक ने झारखंड की जनता से अपील किया है कि जब तक बहुत ज्यादा इमरजेंसी ना हो तब तक अस्पताल परिसर आने से परहेज करें. ताकि डॉक्टरों को इलाज करने में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो सके. इसके अलावा अस्पताल की साफ-सफाई भी उत्तम पत्थर की बनी रहे क्योंकि भीड़-भाड़ रहने के कारण अस्पताल के सफाई पर सीधा असर पड़ता है और कोरोना के बचाओ के लिए साफ-सफाई महत्वपूर्ण है.
रिम्स के निदेशक डीके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार की ओर से निगरानी रखने के लिए सभी राज्यों में संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति की गई है इसी के मद्देनजर सत्येंद्र सिंह को झारखंड के लिए नामित किया गया है. सत्येंद्र सिंह भारत सरकार और राज्य सरकार के बीच समन्वय बनाने का काम करेंगे ताकि कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए दवाइयों की जरूरत सहित अन्य सुविधा बहाल कराने में वह स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की मदद कर सकें.
बता दें कि अभी तक कुल पूरे राज्य से 58 संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया गया है जिसमें 44 मरीजों का रिपोर्ट नेगेटिव आ चुका है. वहीं बाकी लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. फिलहाल 6 लोगों का रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. अन्य लोगों को भी विभिन्न जिलों में डॉक्टर अपनी निगरानी में रखे हुए हैं.