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शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक बनने के लिए आंदोलन, CM हेमंत सोरेन के खिलाफ आक्रोशित जेटेट अभ्यर्थी - रांची में जेटेट पास अभ्यर्थियों का आंदोलन

5 सितंबर को पूरे देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. रांची के मोरहाबादी मैदान में इस दिवस की तस्वीर अलग नजर आई. दरअसल वर्ष 2016 में जेटेट पास सफल अभ्यर्थियों ने सरकारी शिक्षकों के पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर घंटों प्रदर्शन किया. साथ ही राज्य सरकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी जल्द से जल्द नियुक्ति की मांग को लेकर गुहार लगाई.

jtet Candidates Movement in ranchi, शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक बनने के लिए जेटेट अभ्यर्थियों का आंदोलन
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Published : Sep 5, 2020, 3:31 PM IST

रांचीः शिक्षक दिवस के दिन राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आंदोलन का नजारा दिखा. दरअसल वर्ष 2016 में जेटेट पास सफल अभ्यर्थियों ने सरकारी शिक्षकों के पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर घंटों प्रदर्शन किया. साथ ही राज्य सरकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी जल्द से जल्द नियुक्ति की मांग को लेकर गुहार लगाई.

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शिक्षक बनने के लिए आंदोलन

शिक्षक दिवस यानी की शिक्षकों का सम्मान का दिन. लेकिन अगर शिक्षक बनने के लिए आंदोलन करना पड़े तो यह दुर्भाग्य ही है. ऐसा ही नजारा शिक्षक दिवस के दिन राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में देखने को मिला, जहां जेटेट पास अभ्यर्थियों ने आंदोलन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला. दरअसल अभ्यर्थी जेटेट की परीक्षा में वर्ष 2016 में ही सफल में हुए हैं और तब से लगातार सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति को लेकर आंदोलनरत हैं. रघुवर सरकार के दौरान भी यह लोग आंदोलन पर थे. उस दौरान विपक्ष में नेता रहे हेमंत सोरेन ने इन तमाम अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया था कि आने वाले समय में जब उनकी सत्ता होगी. तब वह इन्हें सरकारी शिक्षकों के रूप में नियुक्त जरूर करेंगे और इस आश्वासन को लेकर यह सफल अभ्यर्थी काफी उम्मीद पाल रखे थे. लेकिन अब तक इन्हें नियुक्त नहीं किया गया है.

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एक बार फिर आंदोलन की शुरुआत

एक बार फिर शिक्षक दिवस के दिन इन लोगों ने आंदोलन की शुरुआत की है. इनकी मानें तो आने वाले समय में इस आंदोलन को और तेज करेंगे. अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार जल्द से जल्द उन्हें सरकारी शिक्षकों के रूप में नियुक्त नहीं करती है तो 15 नवंबर के दिन यह लोग सामूहिक रूप से आत्मदाह करेंगे. गौरतलब है कि आज पूरा देश शिक्षक दिवस मना रहा है. ऐसे में शिक्षक बनने के लिए इस तरीके का आंदोलन सरकारी व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़ा करता है.

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