रांची: छठी जेपीएससी (JPSC) को रद्द करने और जेपीएससी में भ्रष्टाचार के खिलाफ आरोप लगाते हुए जेपीएससी आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म स्थान उलीहातू खूंटी से उलगुलान यात्रा की शुरुआत की है. यह यात्रा 30 जून को भोगनाडी संथाल परगना में समाप्त होगा.
भगवान बिरसा मुंडा की शहादत दिवस के अवसर पर जेपीएससी आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म स्थान खूंटी के उलीहातू से उलगुलान यात्रा की शुरुआत की है. इस उलगुलान यात्रा में छठी जेपीएससी के असफल अभ्यर्थी शामिल है.
30 जून को आंदोलन का होगा समापन
बताया जा रहा है कि यह पैदल मार्च 30 जून को भोगनाडी संथाल परगना में जाकर समाप्त होगा. पदयात्रा का पहला पड़ाव खूंटी में होगा. इसके बाद बुधवार की सुबह 6:00 बजे रांची के लिए पदयात्रा प्रस्थान करेगी. इसी तरीके से विभिन्न पड़ाव को पार करते हुए 30 जून को तमाम आंदोलनकारी अभ्यर्थी भोगनाडी पहुंचेंगे और आंदोलन का समापन किया जाएगा.
पढ़ें:JPSC के विरोध में 9 जून से उलगुलान, 506 किमी का किया जाएगा पैदल सत्याग्रह
बता दें, छठी जेपीएससी में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए लगातार आंदोलन किया जा रहा है. छठी जेपीएससी का विवाद पीटी परिणाम से शुरू होकर मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार तक चला. मुख्य परीक्षा के परिणाम आने के बाद भी अभ्यर्थी आंदोलनरत है, लेकिन लगातार इस आंदोलन को तेज करने की बात भी कह रहे हैं. हालांकि अब इन अभ्यर्थियों के बीच भी फूट पड़ गया है. दो छात्र संगठन अलग-अलग हो गए हैं. दोनों एक दूसरे पर इस आंदोलन को भटकाने का आरोप भी लगा रहे हैं. वहीं देवेंद्र महतो गुट ने भी रांची के मोराबादी मैदान से आंदोलन की नई रूपरेखा तैयार की है.