रांची: जेपीएससी विवाद सरकार के लिए लगातार परेशानी का सबब बनता जा रहा है. बोकारो का एक छात्र सोमवार को आयोग दफ्तर के सामने आमरण अनशन पर बैठ गया है. गुलाम हुसैन नाम का यह अभ्यर्थी जेपीएससी पीटी परीक्षा में सफल हैं. इसके बाबजूद वह आयोग के कामकाज से खफा है. अनशन पर बैठे गुलाम हुसैन हाल के दिनों में आयोग द्वारा ओएमआर सीट नहीं मिलने के बाबजूद पीटी में पास किये जाने का खुलासा होने के बाद सशंकित है कि जेपीएससी मुख्य परीक्षा में भी गड़बड़ी होगी.
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अनशन पर जेपीएससी के अभ्यर्थी
सड़क किनारे राष्ट्रीय ध्वज लगाकर जेपीएससी के सामने अनशन पर बैठे गुलाम हुसैन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जेपीएससी के बजाय यूपीएससी से मुख्य परीक्षा कराई जाय, नहीं तो जेपीएससी का जिस तरह से विवादों से नाता रहा है उससे स्वच्छ परीक्षा कराना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जबतक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वे ऐसे ही जेपीएससी के समक्ष अनशन कर परीक्षा की तैयारी करते रहेंगे.
क्या है जेपीएससी विवाद
इधर छात्रों का आंदोलन मोरहाबादी स्थित बापू बाटिका में आज यानी सोमवार को भी जारी रहा. 15 दिसंबर को राज्यभर के छात्रों ने राजभवन के समक्ष धरना देने की घोषणा की है. झारखंड लोक सेवा आयोग ने सातवीं से दसवीं सिविल सेवा पीटी परीक्षा राज्य के 1102 केन्द्रों पर 19 सितंबर को आयोजित की थी. पीटी परीक्षा के दो दिन बाद यानी 21 सितंबर को आयोग ने सवालों के उत्तर भी वेबसाइट पर जारी कर छात्रों से आपत्ति आमंत्रित की थी.
252 पदों के लिए आयोजित इस पीटी परीक्षा का आयोग ने 1 नवंबर को रिजल्ट जारी किया. आयोग द्वारा जारी रिजल्ट में एक ही सीरिज के लगातार रॉल नंबर वाले कई अभ्यर्थी सफल हो गए. उसके बाद रिजल्ट को लेकर जारी विवाद इस कदर बढ गया कि पुलिस को आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करनी पड़ी. आयोग ने इस संबंध में सफाई भी दी है. मगर छात्र इससे संतुष्ट नहीं हैं और इस परीक्षा को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.