रांची: सोमवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार के कार्यकलापों पर आरोप लगाए. रघुवर दास के इस बयान के बाद झारखंड की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. भाजपा के आरोप का जवाब देते हुए सत्ता में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि रघुवर दास जो भी बोल रहे हैं उसका कोई आधार नहीं है.
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विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए जेएमएम के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के 5 साल की तुलना में वर्तमान सरकार के 2 साल से कभी नहीं की जा सकती. लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह से कोरोना काल में हेमंत सरकार ने काम किया है वह सराहनीय है. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल हेमंत सरकार ने यह ध्यान रखा कि कोई भी व्यक्ति भूख से ना मरे. क्योंकि हम अभी तक संतोषी को नहीं भूले हैं जो भाजपा सरकार में भात-भात चिल्लाते मर गयी.
जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर हमला बोला और कहा कि रघुवर दास के कार्यकाल में राज्य में 26 लोगों की भूख से मौत हुई थी, 16 किसानों ने आत्महत्या किया था और 18 लोगों की मौत लिंचिंग से मौत हुई थी. उन्होंने रघुवर दास के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 22 हजार करोड़ का मोमेंटम झारखंड में हाथी उड़ाने वाली सरकार हेमंत सोरेन की सरकार पर उंगली उठा रही है यह हास्यास्पद है. पूर्ववर्ती सरकार की नियोजन नीति पूरी तरह से असफल थी. रघुवर दास के शासनकाल में जितने भी लोगों को नौकरी दी गई थी, वह सिर्फ दिखावा था. क्योंकि राज्य के आदिवासी मूलवासी लोगों को दूसरे बड़े-बड़े शहरों में झाड़ू लगाने पोछा लगाने और कपड़ा धोने के लिए भेजा जाता था. लेकिन हमारी सरकार जब राज्य के युवाओं और मूलवासियों को उनकी योग्यताओं के हिसाब से रोजगार दे रही है तो भाजपा को यह बात हजम नहीं हो रही है.