रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन जल्द ही राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. लोकसभा चुनावों के पहले पार्टी द्वारा आयोजित संघर्ष यात्रा की तर्ज पर यह यात्रा राज्य के कोने-कोने तक जाएगी. इस दौरान सोरेन लोगों के बीच जाकर राज्य सरकार की विफलताओं को बताएंगे.
गुरुवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि पार्टी लोगों के बीच जाकर राज्य सरकार के खामियों को बताएगी. बैठक के बाद सोरेन ने कहा कि धनरोपनी के बाद पार्टी रांची में एक बड़ी रैली आयोजित करेगी और संघर्ष यात्रा के तर्ज पर यात्रा निकालेगी.
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बंद लिफाफा में अपनी सीट का ब्यौरा देंगे नेता
हेमंत सोरेन ने महागठबंधन में शामिल सभी घटक दलों के नेताओं से बंद लिफाफा में उनकी संभावित सीटों के बारे में डिटेल मांगा गया है. उन्होंने कहा कि सभी दल अपनी संख्या और इलाका का विवरण एक लिफाफे के अंदर बंद कर उन्हें सौंप सकते हैं, ताकि उस पर आगे चर्चा की जा सके.
40 से अधिक सीट पर लड़ सकता है झामुमो
हेमंत सोरेन ने कहा की बैठक में विधायकों ने कहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को राज्य में सरकार बनाने के ख्याल से ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. बता दें कि झारखंड में 81 विधानसभा सीट है.
सीएनटी मामले में रघुवर हैं प्रमुख भूमिका में
वहीं, सीएनटी मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उस मामले में उनके खिलाफ याचिकाकर्ता कौन है यह साफ होना चाहिए. हेमंत सोरेन ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री खुद उस भूमिका में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी बुराइयों को उनके नाम की चादर से ढकना चाह रही है, साथ ही उन्होंने कथित तौर पर राज्य के बड़े पुलिस पदाधिकारियों पर कोयला चोरी और जमीन लूटने का भी आरोप लगाया. हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में हुए मॉब लिंचिंग की घटना विदेशों तक चर्चा में है. उन्होंने कहा कि लोगों को भटकाने के अलावा राज्य सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं है.