रांची: राज्यसभा सांसद धीरज साहू के कारोबारी सहयोगियों और रिश्तेदारों के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बयानबाजी पर झामुमो और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने जहां बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा है, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने पूरे देश को दो-चार बिजनेस घरानों को बेच दिया है, इस काले अध्याय पर कौन बोलेगा?
'भाजपा कार्यालय में तैयार स्क्रिप्ट पर काम करती है ईडी-आईटी':झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले दो दिनों से भारत सरकार का आयकर विभाग राज्य के एक व्यापारिक समूह के ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है. उनके झारखंड राज्य के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी कई तरह के व्यवसाय हैं. अभी तक आईटी विभाग ने इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है कि छापेमारी में क्या मिला है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बिना किसी आधिकारिक जानकारी के भारतीय जनता पार्टी के नेता नैरेटिव सेट कर रहे हैं. बाबूलाल मरांडी जैसे नेता भी अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि बाबूलाल मरांडी आईटी छापेमारी में मिले पैसे को उन लोगों को लौटा दें, जिनका वे दावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ईडी और आईटी भाजपा कार्यालय में तैयार स्क्रिप्ट पर काम करती है, तभी तो भाजपा के नेताओं को सब पता चल जा रहा है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए किसी अखबार में छपी खबर पर ट्वीट करना उचित नहीं है. यह भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश के भाजपा नेता इस पर ढोल बजाने लगते हैं. उन्होंने आगे कहा कि आयकर विभाग ने एक समूह को जांच के दायरे में लाया है लेकिन इसे राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है. मध्य प्रदेश की एक रैली में प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल को पीस डालेंगे, जो 70,000 करोड़ रुपये के घोटाले के दोषी हैं, जिनकी 14,000 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है. लेकिन हुआ क्या? आज वह असम, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सत्ता में है. प्रधानमंत्री जी, उन पर ट्वीट न करना गलत है.
"बाबूलाल मरांडी कभी साहू परिवार के नौकर थे":सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमें लगता है कि बाबूलाल मरांडी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कभी साहू परिवार के मुनीम थे, अब जब उनकी नौकरी चली गयी है तो वे अपने मालिक पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी के बयान को बेतुका बयान बताते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि बाबूलाल मरांडी को साहू परिवार के पैसे के बारे में सबकुछ पता है कि पैसा कहां से आता है और कहां रखा जाता है. मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगने के बजाय पीएम का इस्तीफा मांगना बेहतर होता, क्योंकि अजित पवार उनके साथ हैं.