रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार और झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सचिव अभिषेक प्रसाद पिंटू को 16 जनवरी को ईडी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है. ईडी की इस कार्रवाई को झामुमो और कांग्रेस ने भाजपा के आदेश पर की गई ईडी का पॉलिटिकल एक्सरसाइज करार दिया है.
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह एक प्रक्रिया है जिसके तहत जहां भी छापेमारी होती है वहां की फाइंडिंग के बारे में जांच एजेंसियां बुलाकर पूछताछ करती हैं, लेकिन जिस तरह से जहां भी विपक्ष की सरकार होती है, चाहे तमिलनाडु हो, कर्नाटक हो, राजस्थान हो, छत्तीसगढ़ हो, बिहार हो, बंगाल हो या झारखंड, हर जगह जांच के नाम पर बीजेपी के इशारे पर कार्रवाई हो रही है. इससे साफ है कि मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार और जेएमएम नेता अभिषेक प्रसाद पिंटू को मिला ईडी का नोटिस भी पॉलिटिकल एक्सरसाइज का हिस्सा है.
'भाजपा की सरकार को अस्थिर करने की साजिश': झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार को समन दिया जाना कोई नयी बात नहीं है. जब से राज्य में लोकप्रिय महागठबंधन की सरकार बनी है, तब से भाजपा सरकार को अस्थिर करने की साजिश में लगी हुई है. राकेश सिन्हा ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर की जा रही किसी भी दंडात्मक कार्रवाई के आगे न तो इस राज्य की जनता झुकेगी और न ही अपनी सरकार को झुकने देगी.
तीन लोगों को ईडी ने भेजा समन:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीएम के प्रेस सलाहकार समेत तीन लोगों को नोटिस जारी कर अलग-अलग तारीखों पर अपने कार्यालय में बुलाया है. ईडी ने 16 जनवरी को सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू, 11 जनवरी को साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव और 15 जनवरी को विनोद सिंह को पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाया है. गौरतलब है कि ईडी ने इन तीनों के आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी.