रांची:उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे झारखंड के सभी मजदूर रांची पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत सभी दलों के नेताओं ने किया. एयरपोर्ट पर मजदूरों को लेने पहुंचे बगोदर विधायक विनोद सिंह ने कहा कि मजदूर को लाया गया है ये बहुत अच्छी बात है लेकिन अभी भी कई ऐसे मजदूर हैं जो कठिनाई में रहकर बाहर के राज्य में काम करने को मजबूर हैं. वैसे मजदूरों को कैसे सुरक्षा मुहैया करायी जाए इसपर राज्य केंद्र सरकार दोनों को कम करने की जरूरत है. विधानसभा में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर उनके द्वारा सवाल खड़े किए गए हैं उम्मीद है कि राज्य सरकार इस ओर ध्यान देगी.
वहीं, मजदूरों को एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे राज्य सभा सांसद महुआ माजी ने बताया कि यह खुशी की बात है कि उत्तराखंड टनल हादसा में फंसे मजदूर सुरक्षित वापस आ गए हैं. वहीं उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना चाहते हुए कहा कि आज भी झारखंड में कई ऐसे मजदूर हैं जो बॉर्डर क्षेत्र में काम करने के लिए ले जाया जाते हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षा और अन्य सुविधाएं नहीं मिलते है. मजदूरों के हितों के लिए केंद्र सरकार को काम करने की आवश्यकता है.
वहीं, मजदूरों के रांची पहुंचने के बाद उन्हें रिसीव करने पहुंचे भाजपा सांसद संजय सेठ और दीपक प्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार की पहल के बाद सभी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचा जा रहा है. आने वाले दिनों में भी केंद्र सरकार नए प्रावधानों को लाकर मजदूरों का हित में कई योजनाएं धरातल पर लाएगी.
एयरपोर्ट से मजदूर सीधे सीएम आवास पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल हादसे से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए झारखंड के 15 श्रमिक और उनके परिजनों ने मुलाकात की. सीएम ने सभी का अभिवादन किया. श्रमिकों ने टनल में बिताए गए कभी न भूलने वाले पल सीएम के साथ साझा की बाद में सीएम ने सभी श्रमिकों और उनके परिजनों के साथ ग्रुप तस्वीर खिंचवाई. इस दौरान मंत्री सत्यानंद भोक्ता के अलावा मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, बगोदर के विधायक विनोद सिंह, सीएम के प्रधान सचिव वंदना दादेल, सीएम के सचिव विनय चौबे, श्रमिकों को रिसीव करने उत्तराखंड गए जयपुर आईटी के सीईओ भुवनेश प्रताप सिंह और सचिव राजेश शर्मा मौजूद रहे.