रांची: पश्चिमी विक्षोभ का अच्छा असर पश्चिम भारत में देखने को मिल रहा है. इसका परोक्ष असर झारखंड के मौसम पर भी पड़ा है. झारखंड के पश्चिमी भागों में आसमान में बादल के साथ साथ हल्के से मध्य दर्जे की वर्षा होने की संभावना है. इन डायरेक्ट साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते सोमवार को दिन भर झारखंड के ऊपर बादल छाया रहा है. मौसम केंद्र के प्रभारी निदेशक ने बताया कि मंगलवार (28 नवंबर) को झारखंड के पश्चिमी भागों के अलावा मध्य भाग और उत्तर पूर्वी भागों मुख्यतः संथाल के इलाके में गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना है.
खरीफ फसल और सब्जियों के उचित भंडारण पर ध्यान दें किसानः आज (28 नवंबर) राज्य के कई इलाकों में गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना को देखते हुए मौसम केंद्र, रांची के प्रभारी निदेशक ने राज्य के किसानों को सलाह दी है कि खरीफ की कटाई हो चुकी फसल को सुरक्षित स्थान पर रख दें. इसके साथ साथ सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को भी सजग रहने की जरूरत है.
दिन के अधिकतम तापमान में कमी, न्यूनतम तापमान बढ़ेगाः आसमान में बादल छाए रहने की संभावना को देखते हुए मौसम केंद्र, रांची के प्रभारी निदेशक अभिषेक आनंद ने कहा कि दिन के अधिकतम तापमान में कमी होगी, वहीं न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी. आने वाले 5 से 7 दिनों तक राज्य में आसमान में आंशिक से अधिकता तक बादल छाए रहे सकते हैं.
अंडमान सागर के पास एक सिस्टम बन रहा है, जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी एक्टिव हो रही है. इसके प्रभाव से दो- तीन दिनों के बाद से पुर्वा हवा का जोर रहेगा और नमी वाली हवा के साथ साथ बादल भी आएंगे. पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी की तरफ से आने वाली पुर्वा हवा के प्रभाव से एक सप्ताह तक झारखंड के ऊपर आसमान में आंशिक से अधिकता वाले बादल छाए रहने और कहीं कहीं गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना है.