रांचीः झारखंड में नक्सली मुठभेड़ और नक्सलियों के खिलाफ अभियान में साल 2020 से लेकर 2022 तक झारखंड पुलिस ने नक्सलियों को इनकाउंटर में मार गिराया उन सब को मिलाकर कुल 44 लाख रुपया इनाम घोषित था. लेकिन 2023 में तो चार महीने के भीतर ही पुलिस ने अपना पुराना रिकार्ड तोड़कर नया कीर्तिमान रचा है.
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शुरुआत में ही मारे गए 05 इनामीः पिछले दो साल में झारखंड पुलिस ने कुल 44 लाख के इनामी नक्सलियों को ढेर किया. लेकिन 2023 के अप्रैल महीने में पुलिस ने अपने रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए एक ही बार में 65 लाख के इनामी नक्सलियों को इनकाउंटर में मार गिराया है. झारखंड पुलिस के लिए यह एक रिकॉर्ड है क्योंकि ऐसा कभी भी नहीं हुआ था कि साल भर के भीतर इनामी नक्सलियों के मारे जाने का आंकड़ा 50 लाख पार करे.
सोमवार को चतरा-पलामू सीमा पर पुलिस ने पहली बार मुठभेड़ में एक साथ दो सैक कमांडर्स के साथ तीन सब जोनल कमांडर्स को मार गिराया. मारे गए नक्सलियों में 25 लाख का इनामी सैक कमांडर गौतम पासवान, अजीत उरांव उर्फ चार्लीस, 5 लाख का इनामी सबजोनल कमांडर अमर गंझू, अजय यादव उर्फ नंदू और संजीत भूइयां शामिल है. माओवादियों के सिर पर इनाम की कुल राशि 65 लाख रुपये थी. इस मुठभेड़ में शामिल संयुक्त बलों के जवान और पदाधिकारियों के बीच यह राशि बांटी जाएगी.
पुलिस महकमे का उत्साह चरम परः एक साथ 5 इनामी नक्सलियों को मार गिराने के बाद झारखंड पुलिस का उत्साह चरम पर है, खुद डीजीपी चतरा पहुंचकर अभियान में शामिल जवानों का उत्साह बढ़ा रहे हैं. दरअसल यह कामयाबी पुलिस की एक बेहतरीन रणनीति का परिणाम है. रणनीति थी कि सभी प्रतिबंधित संगठनों के बड़े कमांडर्स को टारगेट कर अभियान चलाया जाये. यही वजह है कि साल 2020 से लेकर 2023 तक 35 नक्सली इनकाउंटर में मारे गए, जिनमें 15 इनामी थे.
2020 में मारे गए थे 14 नक्सलीः साल 2020 से ही झारखंड पुलिस ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए शीर्ष नक्सलियों को टारगेट करना शुरू किया था. इस साल पुलिस ने एनकाउंटर में 14 नक्सलियों को मार गिराया था. जिनमें 15 लाख का इनामी कुख्यात जिदन गुड़िया भी शामिल था. इसके अलावा पुनई उरांव, दीनू उरांव, सोना माही, सनिका चंपिया, शांति पूर्ति, सरवन मांझी, दीपक यादव, पंडित सिंह, दादू , पंगला, बोदरा, सिमोन कोलकाता और सोनू जैसे दुर्दांत नक्सली मारे गए थे.
2021 में 06 नक्सली मारे गए थे, 02 इनामी भी शामिलः 2021 में भले ही मात्र छह नक्सली मारे गए थे लेकिन 06 में से दो नक्सली 15 और दस लाख के इनामी थे. इस वर्ष कोयल संख जोन में सक्रिय कुख्यात 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर और 10 लाख का इनामी शनिचर मारे गए थे. इसके अलावा कुख्यात महेशजी, अंकित मुंडा, विनोद भूरिया और मंगल लूंगा भी एनकाउंटर में मारे गए थे.
2022 में 07 नक्सली मारे गए, लाका पाहन भी मारा गयाः इस साल पुलिस नक्सली मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया गया. जिनमें कुख्यात लाका पाहन, दिनेश नगेशिया, जितेंद्र यादव जैसे दुर्दांत नक्सली शामिल थे.